कोटद्वार। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखंड को किसी भी कीमत पर हड़ताली प्रदेश नहीं बनने दिया जाएगा। इसके लिए चाहे कितने ही कड़े कदम उठाने पडें। सरकार इसमें कोताही नहीं बरतेगी। मुख्यमंत्री ने जनता से इस लड़ाई में सहयोग की अपील की।
मुख्यमंत्री सोमवार को ‘कोटद्वार इको टूरिजम सर्किट विकास एवं सफारी वाहनों का संचालन योजना’ का उद्घाटन करने कोटद्वार पहुंचे थे। इस दौरान आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पर हड़ताली प्रदेश का ठप्पा लगने परंिचंता जतायी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में देश में उत्तराखंड हड़ताली प्रदेश में पहले स्थान पर है। यह पीड़ादायक है। छोटी-छोटी बातों पर हड़ताल करना प्रदेश हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या इसके लिए ही उत्तराखंड का निर्माण हुआ था।
मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि वे कार्य संस्कृति में सुधार लाएं। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में हड़ताल को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। चाहे इसके लिए सरकार को कठोर कदम ही क्यों न उठाने पड़े। उन्होंने इस मुहिम में जनता से अपनी भूमिका निभाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हड़ताल, धरना व प्रदर्शन से प्रदेश का विकास बाधित हो रहा है। उन्होंने इस संबंध में जोशीमठ में हेलंग से मारवाड़ी तक ऑल वेदर बाईपास रोड बनाए जाने का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों से ऐसा न करने की अपील की।