ऋषिकेश। प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि राजनीति में कोई ईमानदार नहीं होता है। अपने राजनीतिक कैरियर का उदहारण देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को राजनीति विरासत में मिली है।
चौरासी कुटिया में पारिस्थितिकी पर्यटन को स्थानीय ग्रामवासियों की आजीविका से जोड़ने के लिए कैंटीन का उद्घाटन करने से पूर्व प्रदेश के वन व पर्यावरण मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि यमकेश्वर की विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण को उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचन्द खंडूड़ी राजनीति में लाये। विजय बहुगुणा को भी राजनीति विरासत में मिली। उनके पिता कांग्रेस के कद्दावर नेता थे लेकिन मेरे पिता एक फौजी थे। उन्होंने राजनीति जमीन से की है। प्रदेश में छोटे-मोटे मिलकर सबसे ज्यादा चुनाव लड़े। जनता के सहयोग से चुनाव के लिए धन एकत्र किया। एक नेता को चुनाव लड़ने के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ता है. बैनर, गाड़ी सब करनी पड़ती है। इसलिए राजनीति में नेता कैसे ईमानदार हो सकता है। उन्होंने कहा कि पैसा सब कुछ नहीं है लेकिन पैसा बाप भी है क्योंकि पैसे की कीमत उस समय पता लगती है जब कोई बीमार अस्पताल में भर्ती होता है और चिकित्सक उपचार करने से पहले पैसा जमा करने के लिए कहता है।