“नेशनल हैण्डलूम एक्सपो”: भीमल के रेशे से बने चप्पलों की काफी मांग

देहरादून। आयोजक उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में दिन प्रतिदिन लोगों का अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है यह प्रदर्शनी 9 जनवरी तक चलेगी।
राष्ट्रीय हैण्डलूम प्रदर्शनी में 17 राज्यों के 200 स्टॉलों में से उत्तराखण्ड के लगभग 45 स्टॉल लगाये गये हैं। जिसमें नैशनल हैण्डूलम एक्सपों में उत्तराखण्ड उद्योग विभाग के हिमाद्रि ब्राड़ स्टॉल में लगे सामानों को दूनवासीयों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। हिमाद्रि की ओर से गिरीश चन्द्र, कहकशां नूरी व कुंवर सिंह ने बताया कि नैशनल हैण्डूलम एक्सपों में हिमाद्रि के लगे स्टॉल में ऋषिकेश के ढालवाला में निर्मित भीमल के रेशे से बने चप्पलों की काफी मांग है। उन्होंने बताया कि यह चप्पल फ्रांस में भी निर्यात किया गया है। इसके अलावा रिंगाल से बने सामान लैम्प, फूलदान, रिंगाल टोकरी काफी पसंद किये जा रहे हैं। दूनवासियों को अंगूरा से बने सॉल, टोपी, मफलर, स्वेटर व लेडिज शिल्क स्टॉल एवं सॉल भी काफी पसंद किये जा रहे हैं। कहकशां नूरी ने बताया कि हिमाद्रि के स्टॉल में कापर गिलास, कॉपर गागर, कापर फिल्टर,  रणसिंहा,  तौरी,  कलश,  तूरी,  दिये,  अर्ग,  माडा,  तीबारी,  भेरी, थाली, ट्रे, तांबे की परात के साथ ही हथकरघा से बने अंगूरा सॉल, गढ़वाली सॉल, अवनी स्टॉल आदि उपलब्ध है। मेला अधिकारी केसी चमोली ने देहरादून वासियों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर हथकरघा के उत्पादों का लाभ उठाकर इस एक्सपो को सफल बनायें। उन्होंने बताया कि एक्सपो में शनिवार व रविवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा। नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में उप निदेशक शैली डबराल, मेला अधिकारी केसी चमोली, जगमोहन बहुगुणा, एमएस नेगी मौजूद रहे।

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