देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत 7 मार्च को अपराह्न 1 बजे ऋषिकेश में उत्तराखण्ड लाईवस्टाक डेवलपमेन्ट बोर्ड के श्यामपुर, ऋषिकेश स्थित अतिहिमीकृत वीर्य उत्पादन केन्द्र पर गोकुल मिशन योजना के अन्तर्गत, दुधारू पशुओं मंे लिंग वर्गीकृत वीर्य उत्पादन परियोजना तथा प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण करेंगे। यह जानकारी देते हुए सचिव पशुपालन श्री आर0 मीनाक्षी सुन्दरम ने बताया कि इस परियोजना तथा प्रयोगशाला भवन का लोकार्पण त्रिवेन्द्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा 7 मार्च को अपराह्न 1.00 बजे अतिहिमीकृत वीर्य उत्पादन केन्द्र, श्यामपुर ऋषिकेश मंे किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजनान्तर्गत, दुधारू पशुओं में लिंग वर्गीकृत वीर्य उत्पादन का मुख्य उदद्ेश्य नर पशुओं की संख्या नियंत्रित कर मादा पशुओं की संख्या में वृद्धि करना है ताकि दुगध उत्पादन बढ़ाया जा सके तथा देशी उच्च नस्ल के पशुओं का संरक्षण एवं संवर्धन किया जा सकें। इस विधि द्वारा उत्पादित वीर्य डोज को यदि कृत्रिम गर्भाधान में उपयोग किया जाये तो बछियां प्राप्त होने की संभावना लगभग 90 प्रतिशत या उससे अधिक रहती है।
सचिव पशुपालन ने बताया कि परियोजना की कुल लागत रु 47.50 करोड़ है जो पाँच वर्षों के लिए संचालित की जानी है। इस परियोजना मंे 90 प्रतिशत (रु 42.75 करोड़) केन्द्रांश है तथा 10 प्रतिशत (रु 4.75 करोड़) राज्यांश है। इस परियोजना मंे प्रथम वर्ष मंे 2 लाख, द्वितीय वर्ष मंे 3 लाख, तृतीय वर्ष में 3 लाख, चतुर्थ वर्ष मंे 3 लाख एंव पंचम वर्ष मंे 3 लाख सैक्स साॅर्टेड सीमन डोज का उत्पादन किया जाना है।
सचिव श्री आर0 मीनाक्षी सुन्दरम ने यह भी बताया कि भारत सरकार द्वारा सहायातित उक्त परियोजना को लागू करने मंे उत्तराखण्ड प्रथम राज्य बन गया है। इस परियोजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड लार्ववस्टाक डेवलपमेन्ट बोर्ड द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका की कम्पनी Sexing Technologies से अनुबन्ध किया गया है जो विश्व की एकमात्र ऐसी कम्पनी है जिसको इस कार्य ( Sex Sorting of Semen ) को करने में तकनीकी दक्षता हासिल है।