किच्छा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर मुख्यमंत्री श्वेत पत्र जारी करें। इससे जनता को राज्य की माली हालत की असलियत पता चलेगी। उन्होंने कहा कि आखिर प्रदेश सरकार को किन परिस्थितियों में कर्ज लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार उपजाऊ जमीन पर सेंध लगाने की कोशिश की तो इसका विरोध होगा। कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से हरीश ने कहा आपदा प्रबंधन में विफल प्रदेश सरकार के मुखिया लोगों को संकट में छोड़कर इनवेस्टर मीट की तैयारी में लगे हैं। वह बताएं कि जिन उद्योगपतियों को वह न्योता दे रहे हैं उनके लिए भूमि कहां है। जो भूमि है उसका प्रयोग पूर्व में निर्धारित हो चुका है। सरकार ने पंतनगर की उपजाऊ भूमि में सेंध लगाने का प्रयास किया तो वह इसका पुरजोर विरोध करेंगे। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान पर पूर्व सीएम ने कहा किसान परेशान है और केंद्र सरकार आय दोगुनी करने की बात कर रही है। खरीफ की फसल के निर्धारित दाम सरकार की मंशा बता रहे हैं। मात्र 30 रुपये की वृद्धि किसान के साथ मजाक है। कांग्रेस किसान को उसका हक दिलाने के लिए सड़क पर उतरने से पीछे नहीं रहेगी। गन्ना किसानों के साथ सितारगंज चीनी मिल को चलाना पार्टी की संकल्पबद्धता है।