देहरादून। विश्व भर में शांति का संदेश व किरणें फेलाने के उद्देष्य को लेकर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय सेवाकेन्द्र सुभाष नगर के सभागार में रविवार को ‘विश्व शान्ति दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी शालू बहन ने विश्व शांति का अर्थ बताते हुये कहा कि एक ऐसा समाज जहाँ हर जीवन गुणों से पूर्ण हो, हर मन शांति से परिपूर्ण हो। हमारे श्रेष्ठ संकल्पों से श्रेष्ठ कर्म बनेंगे और श्रेष्ठ कर्मों से श्रेष्ठ समाज बन जायेगा। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मंजू बहन ने अपने आशीर्वचन में कहा कि विश्व में शांति स्थापन करने का कार्य परमपिता परमात्मा शिव बाबा का है। हम आत्मायें अपने शरीर, मन, बु़िद्ध, संस्कार, कर्मेंद्रियों और ज्ञानेंद्रियों की राजा हैं। यदि हम अपना राज्य ठीक रीति चला लें तो मन में, विश्व में शांति आ जायेगी। अपने मन को बच्चा समझकर उसे चलायें, बिज़ी रखें, रोज़ प्रातः अच्छे संकल्प दें एवं राजयोग द्वारा शक्ति दें तो मन स्वयं भी शांत होगा और दूसरों को भी शांति के प्रकम्पन दे सकेगा।
ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने उपस्थित जनसमूह को राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा गहन शांति का अनुभव कराया। इसी तरह ब्रह्माकुमार सुशील भाई ने बताया कि जब आत्मा परमात्मा के सान्निध्य में पूरी तरह से रिचार्ज होती है तो संपूर्ण शांति और सुख की अनुभूति करती है। शांति में महसूसता की शक्ति आती है और दृष्टिकोण का परिवर्तन होता है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारूवाला ग्राण्ट पार्षद भ्राता राजेश परमार ने उपस्थित होकर विश्व शांति के लिये अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं। निधि बहन ने मंच संचालन कर संस्था का परिचय दिया।
उधर सेवाकेन्द्र से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि गत 18 जनवरी को संस्था के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा की 50 वीं पुण्य तिथि पर संस्था के सदस्यों द्वारा सामूहिक रूप से गहरे मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा गहन शांति का अनुभव किया गया।