देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट से आज उत्तराखण्ड डाॅक्टर्स संघर्ष समिति से प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में निजी डाॅक्टरो द्वारा की जा रही हड़ताल के सम्बन्ध में वार्ता की।
वार्ता में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट ने चिकित्सकों से कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व भाजपा, चिकित्सकों के प्रति बहुत सकारात्मक व संवेदनशील है औरकिसी भी स्तर पर चिकित्सकों का अहित नहीं होने दिया जायेगा। जहां तक क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का सवाल है तो यह मूल रुप से उन झोलाछाप डाॅक्टरों के खिलाफ है जो चिकित्सक नहीं हैं लेकिन चिकित्सक होनेका धोखा देते हुये जनता के जीवन व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। श्री भटट ने कहा कि यह एक्ट केन्द्र सरकार द्वारा बनाया गया है जिसे लागू करना राज्य सरकार के लिये आवश्यक है। साथ ही इस सम्बन्ध में एक व्यक्ति द्वारा उच्च न्यायालय में की गयी शिकायत के कारण माननीयन्यायालय ने भी राज्य सरकार को इस एक्ट को लागू करने के निर्देश दिये हैं जिसे मानना भी सरकार की बाध्यताहै। इसके अलावा पंजीकरण कराने से उन झोला छाप डाॅक्टरों व उनके द्वारा संलालित अस्पतालों पर रोक लगसकेगी जिससे एसे लोग जनता के साथ खिलवाड़ नहीं कर पायेंगे। दूसरी ओर पंजीकरण कराया जाना ऐसा कार्यनहीं है जो कि आपत्तिजनक हो। विभिन्न व्यवसायों में पंजीकरण कराना सामान्य बात है और इसे भी उसी दृष्टि से देखा जाना चाहिये।
श्री भटट ने चिकित्सकों के प्रतिनिधि मण्डल जिसका प्रतिनिधित्व डाॅक्टर संघर्ष समिति के संयोजक डाॅ राजेश तिवारी कर रहे थे, से कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण बहुत सकारात्मक है। इस सम्बन्ध में सरकार ने भी विधानसभा में आश्वासन दिया है कि वह परस्पर संवाद से इस समस्या का समाधान निकालेगी। श्री भटट ने कहा कि इस बारे में उनकी भी मुख्यमंत्री जी से बातचीत हुई है और हमें उम्मीद है कि इस समस्या काजल्द से समाधान निकल आयेगा। इस बीच ज्ञात हुआ है कि एक्ट के विरोध में डाॅक्टरों द्वारा की जा रही हड़ताल के समाधान के लिये सामंजस्य विकसित हुआ है और इस मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट व चिकित्सक संघर्ष समिति की शीघ्र बैठक होने की संभावना है।