नई दिल्ली। एनडीए के नेता नरेन्द्र मोदी ने शनिवार रात को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से भेंट कर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने उन्हें नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। इससे पहले एनडीए के घटक दलों के नेताओं ने मोदी को गठबंधन का नेता चुने जाने और अपने समर्थन का पत्र राष्ट्रपति को सौंपा।
इससे पूर्व संसद के केंद्रीय कक्ष में एनडीए संसदीय दल की बैठक में श्री मोदी को पुन: नेता चुना गया। इसके कुछ ही देर बाद मोदी राष्ट्रपति भवन गए और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस पर राष्ट्रपति ने उन्हें नई सरकार बनाने का न्योता दिया और पीएम मनोनीत किया।एनडीए के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल, जनता दल यू के प्रमुख नीतीश कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अन्नाद्रमुक नेता के. पलानीसामी, नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेता कोनार्ड संगमा तथा नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी के नेता नेफियू रियो, भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज तथा नितिन गडकरी शामिल थे।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में मोदी को पहले भाजपा संसदीय दल का नेता, उसके बाद उन्हें एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी को पार्टी संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पेश किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने इसका अनुमोदन किया। उसके बाद पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने हाथ खड़े कर और मेजें थपथपाकर प्रस्ताव का समर्थन किया।
इसके बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पेश किया। जनता दल यू के प्रमुख एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान, अन्नाद्रमुक के नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीसामी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख एवं नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रमुख एवं मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया।