देहरादून। जनपद के विकासनगर में युवक के अपहरण के बाद हत्या करने का मामला गरमा गया है। आक्रोशित लोगों ने शव बरामद न करने के विरोध में जाम लगाने के साथ जमकर हंगामा किया। पुलिस ने जाम खोलने का प्रयास किया मगर नाकाम रही। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इससे भी बात नहीं बनी तो लाठीचार्ज भी करना पड़ा। पुलिस कार्रवाई से भीड़ हिंसक हो उठी। उसने पुलिस पर पथराव कर दिया। लोगों को हटाने के लिए पुलिस को भी पत्थरबाजी करनी पड़ी।
जनपद के विकासनगर में एक युवक का अपहरण व उसके बाद हत्या करने की बात सामने आने के बाद से जौनसार बावर और पछवादून के लोगों में खासा आक्रोश बना हुआ है। उनका आक्रोश इस बात को लेकर भी था कि अब तक भी युवक के शव को बरामद नहीं किया जा सका है। क्षेत्र की जनता का यह आक्रोश रविवार को साफ देखने को मिला। रविवार को शव बरामद न करने के विरोध में लोगों ने जमकर नारेबाजी के बीच दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। जाम लगा रहे लोगों को एसडीएम विकासनगर जितेंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पदमेंद्र डोभाल ने काफी समझाया मगर वे जाम खोलने तैयार नहीं हुए। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों के बीच कई बार धक्का-मुक्की हुई। शाम करीब चार बजे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने जाम लगा रहे लोगों से फिर वार्ता की। वार्ता के दौरान तनाव इतना बढ़ गया कि पुलिस को मजबूरी में आंसू गैस के गोल दागने पड़े। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने पुलिस कर्मियों व उनके वाहनों पर पथराव किया। पत्थरबाजों से निपटने के लिए पुलिस को भी पत्थरों का सहारा लेना पड़ा।
भीड़ के हटने के बाद ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर घंटों बाद यातायात सुचारू हो सका। इलाके में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। विदित हो कि गत 16 जनवरी को मोती सिंह निवासी झिटाड़ त्यूनी जीवनगढ़ रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था। पुलिस ने उसके अपहरण के मामले में नवाबगढ़ निवासी अहसान व नदीम को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला था कि अहसान व नदीम ने मोती की हत्या कर शव को शक्ति कैनाल में फेंक दिया है। पुलिस गत दो दिनों से शक्ति कैनाल में शव तलाश कर रही है मगर अब तक कुछ नहीं मिला।