नई दिल्ली। दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) की संदिग्ध हालत में हुई मौत मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। पांच डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमॉर्टम किया। अपनी रिपोर्ट में डॉक्टरों ने अप्राकृतिक मौत होने की बात कही। रिपोर्ट में बताया गया कि किसी मुलायम वस्तु से मुंह व नाक दबाने से दम घुट गया और मौत हो गई। गले पर भी निशान हैं। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आयुक्त अमुल्य पटनायक ने मामले की जांच की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच को सौंप दी। क्राइम ब्रांच ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
परिजनों व घर में रहने वाले अन्य लोगों से पूछताछ : शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे क्राइम ब्रांच की टीम डिफेंस कॉलोनी स्थित रोहित के घर पहुंची कर रोहित की मां उज्जवला शर्मा, पत्नी अपूर्वा शुक्ला, बड़े भाई सिद्धार्थ तिवारी समेत घर में मौजूद घरेलू सहायक, माली व निजी सुरक्षा गार्ड आदि से घंटों पूछताछ की। घर में लगे सात कैमरों में दो मिले खराब : छानबीन के दौरान घर में लगे सात सीसीटीवी कैमरों में से दो खराब पाए गए। ये दोनों कैमरे रोहित के कमरे की तरफ लगे थे। उक्त कैमरे जानबूझ कर खराब किए गए अथवा किसी तकनीकी वजह से खराब हो गए थे, इस दिशा में पुलिस जांच कर रही है। मामले की छानबीन कर रही पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड में मतदान कर रोहित सोमवार रात डेढ़ बजे अपने डिफेंस कॉलोनी स्थित घर लौटे थे और भूतल पर स्थित अपने कमरे में सो गए थे।
रोहित शेखर तिवारी की अस्थियां गंगा में की गई प्रवाहित
हरिद्वार। कनखल स्थित सतीघाट पर स्व. नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गई। स्व. एनडी तिवारी के ओएसडी रहे राजीव कुमार के सात वर्षीय पुत्र कार्तिक राज से अस्थियां विसर्जित कराई गई। अस्थि विसर्जन में रोहित शेखर उनकी मां उज्जवला, पत्नी अपूर्वा, ससुर वीके शुक्ला, साली अपर्णा अस्थि कलश को लेकर कनखल स्थित सतीघाट पहुंचे, जहां उनके पुरोहित संदीप भगत ने विधि विधान के साथ अस्थियां गंगा में विसर्जित की गई। गमगीन माहौल में परिवार के सभी सदस्यों ने स्व. रोहित शेखर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।