देहरादून। विशिष्ट बीटीसी वाले प्राइमरी शिक्षकों को प्रशिक्षण से मुक्त रखने के मामले में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने सचिव शिक्षा भूपिन्द्र कौर औलख को अधिकृत कर दिया है। पांडेय ने सचिव को निर्देश दिये हैं कि वे केंद्र सरकार के सचिव से सीधे बात करें।
विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों को केंद्र सरकार के नियम के अनुसार अप्रशिक्षित की श्रेणी में रखे जाने की वजह से बहुत बड़ी तकनीति दिक्कत आ गयी है। शिक्षा मंत्री ने सचिव को कहा है कि यदि उनके मामले में किसी तरह की दिक्कत आये तो वे स्वयं भी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री से मिलकर बात करेंगे, लेकिन इससे पहले वे सचिव स्तर पर मामले की पैरवी कर लें। राज्य के 13500 शिक्षक जो विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण ले चुके हैं, केंद्र सरकार के फैसले के बाद उनकी नौकरी पर बन आयी है। कई साल से नौकरी कर रहे ये शिक्षक इस फैसले की खिलाफत भी कर रहे हैं। सरकार द्वारा चलाये गये विशिष्ट बीटीसी के प्रशिक्षण के बाद सरकार ने इन शिक्षकों को नौकरी तो दे दी, लेकिन उनकी डिग्रियों के लिए एनसीटीई से मान्यता लेने में चूक गयी। नतीजतन ये सभी शिक्षक अप्रशिक्षित श्रेणी में आ गये। सरकार ऐसे शिक्षकों को ब्रिज कोर्स करने के लिए कह रही है, लेकिन शिक्षक इसके लिए तैयार नहीं हैं। इसे देखते हुए सरकार शिक्षकों के लिए आसान रास्ता निकालने की जुगत में है।