देहरादून(गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ और प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने पंचायत मतदाता सूची बनाने के कार्य में शिक्षको की ड्यूटी लगाने का विरोध किया है। इस बाबत संघ की ओर से उच्चाधिकारियों को पत्र तक लिखा गया है।
लोकसभा चुनाव में एक माह तक ड्यूटी निभाने के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाता सूची बनाने के कार्य से शिक्षकों ने इन्कार कर दिया है। प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा, राजेंद्र बहुगुणा, सतीश घिल्डियाल, प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने शिक्षा सचिव, निदेशक, राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखते हुए कहा कि पंचायत मतदाता सूची बनाने के कार्य से शिक्षकों को मुक्त रखा जाए। उन्होंने गैर शिक्षण कार्य में किसी भी शिक्षक की ड्यूटी न लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव तैयारी के बाद पंचायत चुनाव में मतदाता सूची में ड्यूटी लगने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहे हैं। इससे छात्र. छात्राओं का पठन.पाठन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
विदित हो कि लोकसभा के लिए मतदान कार्य में एक माह का समय देने के बाद प्रदेश के 90 फीसद शिक्षकों की ड्यूटी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची बनाने के लिए लगा दी है। मतदाता सूची बनाने का काम घर.घर जाकर किया जाना है। इसके लिए 23 अप्रैल से 16 मई तक शिक्षकों को इस कार्य के लिए अलग.अलग विकास खंडों में तैनात करने के आदेश दिए गए हैं। बहरहाल शिक्षकों के निर्णय से पंचस्थानी कार्यालयों की मुश्किलें बढ़ सकती है। साथ ही राज्य में पंचायत चुनाव समय पर होने की संभावनाएं भी अधर में लटक जाएंगी।