देहरादून। प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुभाष चौहान ने 10 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करने के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। चौहान ने कहा कि बच्चे कम होने के लिए सरकार खुद जिम्मेदार है। चौहान का तर्क है कि जिन बच्चों को आरटीई के तहत निजी स्कूलों में डाला जा रहा है वे सरकारी स्कूलों के ही बच्चे होते है, जिससे छात्र संख्या स्वाभाविक रूप से कम हो रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों से दूसरे काम लिया जाना छात्र संख्या घटने का कारण है। उन्होंने मांग की कि ऐसे स्कूलों को किसी भी कीमत पर बंद नहीं किया जाना चाहिए।