देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय सोमवार को शिक्षा विभाग की समीक्षा करेंगे। सभी विभागीय अफसरों को इस बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के निर्देश जारी किये गये हैं। दो चरणों में होने वाली बैठक में संस्कृत शिक्षा के साथ ही विद्यालयी शिक्षा के महत्वपूर्ण विषयों पर बात होगी। तबादलों में हो रहे विलंब, किताबों की व्यवस्था और कोटिकरण जैसे मुद्दों पर अफसरों की क्लास लग सकती है। शिक्षा मंत्री के हवाले से उनके पीआरओ ने बताया है कि सचिवालय स्थित कक्ष संख्या 101 में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे शिक्षा विभाग से संबंधित बिंदुओं की समीक्षा करेंगे। बैठक के प्रथम चरण में संस्कृत शिक्षा से संबंधित विषय पर र्चचा होगी। संस्कृत राज्य की द्वितीय राजभाषा होने की वजह से वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। संस्कृत को विश्व की सबसे पुरानी एवं अन्य भाषाओं की जननी माना गया है। राज्य सरकार संस्कृत शिक्षा को और प्रभावशाली बनाने के लिए इस बैठक में र्चचा करेगी। राज्य सरकार की ओर से इस बैठक में संस्कृत भाषा के विद्वानों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण को बैठक में आमंत्रित किया गया है। बैठक का द्वितीय चरण में प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा होगा। इस बैठक में महानिदेशालय समग्र शिक्षा अभियान के साथ ही एनसीईआरटी की पाठय़पुस्तकों पर र्चचा होगी। इस बैठक में सबसे बड़ा विषय किताबों की सप्लाई का ही होगा। पिछली बैठक में किताबों की आपूत्तर्ि आवश्यकता के अनुरूप नहीं हो पाने से शिक्षा मंत्री भड़क गये थे। इस बार अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ आने के लिए कहा गया है।