देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार के तत्वावधान में चेत्र महिने की संग्राद एवं नानक शाही संम्वत 552 का आगमन कथा कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।
प्रातः नितनेम के पश्चात भाई चरणजीत सिंह ने आसा दी वार का कीर्तन “चेत्र बसंत भला भवर सुहावडे” का गायन किया। दो श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के पश्चात भाई जरनैल सिंह महक ने शब्द “गुरु सिख मीत चलो गुरु चाली” भाई गुरदियाल सिंह ने शब्द “जिसके सिर ऊपर तूं स्वामी, सो दुख कैसा पावे” एवं भाई सतवंत सिंह ने शब्द “जो मैं ओट गही प्रभ तेरी, तां पूर्ण हुई मनसा मेरी” का गायन कर संगत को निहाल किया। हैड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा कि आज संम्वत नानक शाही 552 की आरम्भता है। चेत्र महिने में प्रभु की आराधना बहुत आनंद देती । मनुष्य केवल सुख की इच्छा ही न रखें वह दुख को भी इंसानी जीवन का हिस्सा समझे। सारी रचना जो दिखाई दे रही है सब तेरी ही पैदा की हुई है। कार्यक्रम के पश्चात संगत ने गुरु का लंगर छका। मंच संचालक सेवा सिंह मठारू ने कोरोना से बचने के उपाय संगत को बताये। उन्होंने कहा झंडे के मेले पर आई संगत का लंगर, रिहाईस आदि का यथायोग्य इंतजाम किया है। इस अवसर पर प्रधान राजेंद्र सिंह राजन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, सुरजीत सिंह, गुरुबक्श सिंह, मनजीत सिंह, चरणजीत सिंह , सतनाम सिंह , राजेंद्र सिंह राजा आदि उपस्थित थे।