देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने श्रमिकों की समस्याओं को लेकर सहायक श्रमायुक्त से मुलाकात की। कांग्रेसियों ने मजदूरों की समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए ज्ञापन दिया। कांग्रेसियों ने मजदूरों के पंजीकरण के राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए इसे रोकने की मांग की। ज्ञापन में महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने कहा है कि श्रम विभाग की भेदभावपूर्ण नीतियों के कारण श्रमिकों को खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। इससे श्रमिकों में रोष है। महानगर अध्यक्ष ने कहा कि श्रम विभाग श्रमिकों के पंजीकरण में आ रही परेशानियों को दूर करे। उन्होंने कहा कि विभागीय कर्मचारियों द्वारा श्रमिकों के पंजीकरण का राजनीतिकरण किया जा रहा है। पंजीकरण का दायरा पूरे जनपद के सुदूर क्षेत्रों तक बढ़ाया जाए व पंजीकरण के राजनीतिकरण पर रोक लगे। महानगर में जगह-जगह बायोमीट्रिक कार्यशाला खोली जाए। इनमें श्रमिकों का पंजीकरण किया जाए। श्रमिकों के पंजीकरण के लिए प्रदेश में शिविर लगाये जाएं। अपात्रों के पंजीकरण निरस्त किए जाएं। श्रमिकों को प्रशिक्षित करने हेतु शिविरों की व्यवस्था हो। पंजीकरण में एफिडेविट की व्यवस्था समाप्त की जाए। पंजीकरण के लिए केन्द्रीय स्थान पर पंजीकरण कार्यालय स्थापित किया जाए। वर्ष 2015-16 में जिन लोगों के पंजीकरण हुए थे उन्हें सामग्री वितरण के समय नहीं बुलाया गया। पूर्व में पंजीकृत सभी लोगों को सामग्री वितरित की जाय। कांग्रेसजनों ने सहायक श्रमायुक्त को बताया कि गरीब वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का आवंटन नहीं हो पाया है। गरीब वर्ग की बेटियों की शादी में मिलने वाला अनुदान भी नहीं मिल पाया है। गरीब वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति तथा बेटियों की शादी के लिए शीघ्र अनुदान राशि आवंटित की जाय। सहायक श्रमायुक्त ने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश प्रवक्ता डा. आरपी रतूड़ी, डा. विजेन्द्र पाल, रमेश कुमार, सुमित्रा ध्यानी, दीप बोहरा, नीनू सहगल, आनन्द त्यागी, विपुल नौटियाल, विरेन्द्र बिष्ट, सुरेन्द्र रावत, कमलेश रमन, हरेन्द्र सिंह बेदी, नागेश रतूड़ी व अरुण शर्मा आदि शामिल थे।