देहरादून। स्कूलों से बाहर रहने वाले 6 से 14 वर्ष एवं 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का दाखिला अब विद्यालयों में कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन ने बाल गणना कार्यक्रम चलाये जाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक/माध्यमिक) को दिये। समग्र शिक्षा अभियान की बैठक आज यहां जिलाधिकारी कार्यालय सभागार मे सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने स्कूलों से वंचित विभिन्न विकासखण्डों के स्कूल क्षेत्रों के अन्तर्गत छूटे सभी 581 बालक/बालिकाओं का स्कूलों में शत्प्रतिशत् नामंाकन करायें। उन्होंने डोईवाला, सहसपुर एवं विकासनगर विकासखण्डों के छूटे बालक/बालिकाओं की संख्या अधिक होने पर चिन्ता जाहिर की। उन्होंने निर्देश दिये कि धौलातप्पड़ वन क्षेत्र के 138 छात्रों के लिए भवन टीन शैड की व्यवस्था कर पठन-पाठन का कार्य करवायें। उन्होंने कहा कि आगामी 15 सितम्बर तक घर-घर सर्वेक्षण करायें और कोई भी बच्चा बालगणना से छूटने न पाये। उन्होंने शिक्षा एवं बाल विकास विभाग समेत क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी का आपसी समन्वय बनाकर निर्धारित तिथि तक गणना का कार्य कराये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आपसी समन्वय बनाये जाने हेतु 20 अगस्त तक सभी विकासखण्डों में माइक्रोप्लान तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के तहत् प्रत्येक बालक/बालिका को स्कूल तक लाने का प्रयास किया जाना शिक्षा विभाग का दायित्व है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक हेमलता भट्ट ने बताया कि शासन द्वारा वर्ष 2018-19 के लिए समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से बालगणना का कार्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बालगणना के दौरान आने वाली कठिनाईयों की जानकारी भी दी। बैठक में दृश्य एवं श्रब्य के माध्यम से जनपद के सभी विकासखण्डों में स्कूलों के बाहर रहने वाले छात्रों का विवरण प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वाई.एस चैधरी, डाॅ डी.पी. नवानी, राकेश उनियाल, लक्ष्मी गडिया, अंजली भट्ट, अनिता, शशिभूषण, इन्द्रमणी बडोनी, आकांशा रावत एवं अमित चैहान सहित शिक्षा विभाग के कार्मिक उपस्थित थे।