देहरादून । जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व एसडीएम अब हर महीने सरकारी स्कूलों और अस्पतालों व जनाधार केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र आदि अन्य ऐसे दफ्तरों का औचक निरीक्षण करेंगे ताकि वहां की व्यवस्था का हाल जाना जा सके और उचित कार्रवाई की जा सके। स्कूलों का जहां महीने में कम से कम पांच बार औचक निरीक्षण होगा, वहीं अस्पतालों का माह में कम से कम तीन बार औचक निरीक्षण होगा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को इस बाबत सभी मंडलायुक्तों को निर्देश जारी किए हैं। औचक निरीक्षण में देखा जाएगा कि बायोमीट्रिक हाजिरी हो रही है या नहीं और पढ़ाई व चिकित्सा व्यवस्था ठीक है या नहीं। जनाधार केंद्र या कॉमन सर्विस सेंटर का महीने में तीन बार, आंगनबाड़ी केंद्र का कम से कम पांच बार, तहसील व विकास खंड कार्यालय का कम से कम एक बार, खाद व बीज वितरण केंद्र का एक बार व सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का महीने में कम से कम तीन बार औचक निरीक्षण करना होगा। जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे इसके मुताबिक अपना व अपने अधीनस्थ अधिकारियों का रोस्टर तैयर करें। औचक निरीक्षण की रिपोर्ट जिलाधिकारी मंडलायुक्त को और मंडलायुक्त मुख्य सचिव को भेजेंगे। इसी के साथ जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए जनता मिलन के दिन भी तय कर दिए गए हैं। हर सोमवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय में, हर महीने के पहले मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील मुख्यालयों में रोस्टर के मुताबिक तहसील दिवस, हर माह के दूसरे बुधवार को ब्लॉक मुख्यालयों में सीडीओ, एडीएम या एसडीएम की अध्यक्षता में रोस्टर के मुताबिक ब्लॉक दिवस आयोजित होंगे। हर बुधवार को ब्लॉक कार्यालयों में सभी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रह कर जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे।