हरिद्वार/देहरादून। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियाँ रविवार को हर की पैडी (हरिद्वार) पर गंगा में विसर्जित कर दी गईं।बीजेपी ने दिवंगत नेता की अस्थियों को देश की 100 अन्य पवित्र नदियों में विसर्जित करने की योजना बनाई है।
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को आज सुबह नई दिल्ली स्थित स्मृति स्थल से उनकी दत्तक पुत्री नमिता और नातिन निहारिका ने एकत्र किया। बाद में वायु सेना के विशेष विमान से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता भट्टाचार्य अटल जी की अस्थियों को लेकर जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर उतरे। यहां से सभी लोग दो अलग-अलग हेलीकॉप्टर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए। उनका हेलीकाप्टर हरिद्वार के पन्ना लाल भल्ला नगरपालिका इंटर कॉलेज में उतरा।
यहां से अस्थि कलश यात्रा हरकी पैड़ी के लिए रवाना हुई। अस्थि कलश रथ में अटलजी के परिजनों के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के साथ ही उत्तराखंड के सरकार के मंत्री मौजदू थे।
अस्थि कलश यात्रा मायापुर से होते हुए हरकी पैड़ी की तरफ बढ़ी। यात्रा मार्ग पर लोगों का भारी सैलाब उमड़ पड़ा। यात्रा मार्ग पर ‘वंदे मातरम्, भारत माता की जय और अटलजी आप अमर रहें’ के नारे लगाए गए। देशी ही नहीं विदेशी लोगों ने भी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थि कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा की।
करीब दोपहर एक बजे अटल जी की अस्थि कलश यात्रा हरकी पैड़ी पहुंची। यहां पंडित अखिलेश शर्मा त्रिपाठी ने पूरे विधि विधान से अस्थियों को गंगा में विसर्जित कराया। इस दौरान अटलजी अमर रहें के नारे लग रहे थे। इससे पूर्व श्रद्धांजलि सभा में संतों और गणमान्य लोगों ने अटल जी को श्रद्धाजंलि अर्पित की।