रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का किया गया आयोजन
देहरादून। सूबे की अस्थायी राजधानी में चल रहे नैशनल हैण्डलूम एक्सपो का शनिवार को प्रमुख सचिव मनीषा पंवार ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन करने के साथ ही हथकरघा व हस्तशिल्प बुनकरों से बात भी की।उधर सस्कृति विभाग की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
शनिवार को नैशनल हैण्डलूम एक्सपो पहुंची प्रमुख सचिव मनीषा पंवार ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने उद्योग निदेशालय देहरादून द्वारा आयोजित एक्सपो की सराहना की। साथ ही हथकरघा व हस्तशिल्प बुनकरों से भी बात की। इस दौरान विभिन्न राज्यों से आये हथकरघा व हस्तशिल्प बुनकरों ने प्रमुख सचिव को बताया कि एक्सपो में अच्छा रूझान मिल रहा है, और एक्सपो में व्यवस्थाऐं भी अच्छी की गयी हैं।
उधर शनिवार को सस्कृति विभाग की ओर से नैशनल हैण्डलूम एक्सपो में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें लोक कलाकारों द्वारा गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनपुरी व जौनसारी गीतों पर सुंदर प्रस्तुतियां दी गयी। प्रांगण में बैठे दर्शकों ने रंगारंग कार्यक्रमों का भरपुर आनंद लिया।
विदित हो कि उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा आयोजित नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में दिन प्रतिदिन दूनवासियों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। यह एक्सपो दूनवासियों के लिए 10 जनवरी तक लगा रहेगा। नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में उप निदेशक शैली डबराल, मेला अधिकारी केसी चमोली, जगमोहन बहुगुणा आदि मौजूद रहे।
तीन दिवसीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन
नैशनल हैण्डलूम एक्सपो में शुक्रवार से रविवार तक तीन दिवसीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जो कि विकास आयुक्त हस्तशिल्प भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय की स्वीकृत एकीकृत हस्तशिल्पी विकास एवं प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत है। बायर सेलर मीट के दौरान नैनी इण्टरनेशनल हथकरघा के राजीव रावत, विलेज क्रिएशन की सुजाता आनंद, एथनीक लाईफ स्टाईल के सोम सुभ्ररा न्यूजीलैण्ड, एथेनिक शिल्क व विनीत मैसी, उत्तराखण्ड बॉक्स डॉट कॉम नई दिल्ली के नीरज रावत व अनूप, फैशन टेक्सटाईल प्रोडैक्ट एक्सपोर्ट नई दिल्ली के प्रदीप बौरा व सम्पदा हथकरघा व हस्तशिल्प की शिवानी जैन एवं महिपाल के साथ अन्य प्रदेशों से आये क्रेताओं ने रिंगला, वुड क्राफ्ट, ऐपण, मुज ग्रास, कारपेट, जुट बैग, ज्वैलरी, प्रिटिंग, पोट्री के उत्पादों को बारीकी से देखा।
उत्तराखण्ड के 11 जिलों से आये हस्तशिल्पियों ने उत्पादों के मार्केटिंग, पैकेजिंग व फिनिशिंग से संबंधित जानकारी हासिल की। निदेशक उद्योग सुधीर चंन्द्र नौटियाल ने बताया कि इस तीन दिवसीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में रिंगला, वुड क्राफ्ट, ऐपण, मुज ग्रास, कारपेट, जुट बैग, ज्वैलरी, प्रिटिंग, पोट्री आदि की प्रदर्शनी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि विकास आयुक्त हस्तशिल्प भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय की स्वीकृत एकीकृत हस्तशिल्प विकास एवं प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत इस योजना में पांच हजार हस्तशिल्पियों ने प्रशिक्षण लिया है। कुमांऊ बांस/रिंगाल हस्तकला स्वायत सहकारिता से आये महेश चन्द्र आर्या ने बताया कि हमारे यहां हॉटकेश, हैगिंग लैम्प, दिवाल लैम्प, पेन स्टैण्ड, गिलास स्टैण्ड, पोस्टर,ज्वैलरी बॉक्स व फ्लावर पॉट तैयार किये जाते हैं। उन्होंने बताया कि यह सारा उत्पाद बांस व रिंगाल से तैयार किया जाता है।