देहरादून। शासन स्तर पर वार्ता बेनतीजा रहने के साथ ही 15 जनवरी की मध्यरात्रि से रोडवेज बसों के पहिए जाम होने की संभावना बढ़ गई है। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन प्रदेश अध्यक्ष कमल पपनै ने साफ कर दिया है कि रोडवेज प्रबंधन एवं शासन ने कर्मचारियों को आंदोलन के लिए विवश कर दिया है। उन्होंने कहा कि परिवहन सचिव ने निजी बसों को दिए गए परमिट वापस लेने से मना कर दिया है। इस कारण पहले से तय बेमियादी आंदोलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह जानकारी पपनै ने दून में सचिव परिवहन से हुई बातचीत के बाद दी। उन्होंने बताया कि यह बैठक बेनतीजा खत्म हो गई है। उन्होंने बताया कि रोडवेज अधिकारी और कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ा दिए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में शासन स्तर से वार्ता का ऑफर आने के बाद सचिवालय कूच का कार्यक्रम टाला गया है। शासन से अब किसी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी तक सरकार ने अपनी जन कल्याणकारी कायरे के लिए खर्च की गई धनराशि भी निगम को नहीं दी है।