छह विधेयक एवं दो अध्यादेश सदन के पटल से हुए पारित
देहरादून। सदन की कार्यवाही संपन्न होने के बाद उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि चार दिन का विधानसभा सत्र बिना बाधा के शांतिपूवर्क संपन्न हुआ। 19 घंटे 29 मिनट चलने वाले सदन के दौरान व्यवधान के कारण सदन एक बार भी स्थगित नहीं हुआ। यह अपने आप में एक इतिहास है।
उन्होंने बताया कि इस सत्र के दौरान छह विधेयक एवं दो अध्यादेश सदन के पटल से पारित हुए। वर्ष 2018 के द्वितीय सत्र में कुल 1020 प्रश्न प्राप्त हुए जिसमें 159 तारांकित प्रश्नों में 60 उत्तरित हुए, 740 अतारांकित प्रश्नों में 349 उत्तरित हुए, 08 अल्प सूचित प्रश्नों में 4 अल्पसूचित प्रश्न उत्तरित किये गये। अग्रवाल ने बताया कि 18 सितम्बर एवं 20 सितम्बर को सदन के पटल पर प्रश्नकाल के दौरान सभी तारांकित प्रश्नों को समयावधि पर उत्तरित कराया गया। नियम 300 के अन्तर्गत 110 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें से 21 स्वीकृत हुई एवं 32 सूचनाऐं ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी।
उन्होंने बताया कि नियम 53 के अंतर्गत 57 सूचनाओं में से छह स्वीकृत हुई एवं 17 ध्यानाकर्षण के लिए रखी गयी। नियम 58 के अन्तर्गत 21 सूचनाओं में 11 सूचनाएं मंजूर की गयी। अग्रवाल ने बताया कि सदन में एक सरकारी संकल्प , चार असरकारी संकल्प, नियम 105 के अन्तर्गत चार प्रस्ताव एवं 179 याचिकाऐं सदन के पटल पर रखी गयी।
विस अनिश्चित काल के लिए स्थगित
विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया है। सचिव विधानसभा जगदीश चंद्र ने बताया कि 18 सितंबर से शुरू चार दिवसीय सत्र का उपवेशन 24 सितंबर को समाप्त होने के साथ अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है।