CM ने श्रद्धांजलि सभा में किया प्रतिभाग

हरिद्वार/देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को जनपद हरिद्वार के भूपतवाला स्थित जयराम आश्रम में आयोजित ब्रम्हलीन श्री देवेंद्र स्वरूप ब्रम्हचारी महाराज की 15वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम आश्रम ट्रस्ट की ओर से ब्रम्ह्लीन स्वामी की प्रेरणा से उनके शिष्य ब्रम्ह्स्वरूप ब्रम्ह्चारी द्वारा अपने गुरू की परम्परा को आगे बढ़ाया जा रहा है, जो एक सराहनीय कार्य है। ट्रस्ट द्वारा संचालित विद्यालयों में छात्रों को शिक्षा देकर संत परम्पराओं का गौरव बढ़ा है। विद्यालयों में संस्कृति को जीवंत रखने के लिये संस्कृत भाषा शिक्षा के लिए सरकार सदैव हर संस्था को साथ लेकर कार्य करेगी। सम्बधित विभागों को भी इस हेतु निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि 2021 में हरिद्वार में भव्य महाकुंभ का आयोजन किया जायेगा। राज्य सरकार सकुशल कुंभ आयोजित कराने के लिए संत समाज द्वारा दिये गये सुझावों को गम्भीरता से लेगी, संत समाज के सहयोग से भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया जायेगा।
जयराम आश्रम संस्था की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु एक लाख पच्चीस हजार की धनराशि का चेक भी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक संजय गुप्ता, स्वामी यतीश्वरानंद,  देश चौहान, जिलाधिकारी श्री दीपेन्द्र चौधरी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सेन्थिल अबुदई, मंण्डलेश्वर और महामंण्डलेश्वर सहित संत, महंत आदि उपस्थित थे।
गणेश महोत्सव में किया प्रतिभाग 
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को जनपद हरिद्वार, ज्वालापुर पीठ बाजार निवासी श्री अवनीष प्रेमी के आवास पर आयोजित गणेश महोत्सव में प्रतिभाग किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने अखाड़ा उदासीन के महंत श्रीमहंत रघुमुनि जी से भी भेंट की।
इसके उपरान्त मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने दक्ष प्रजापति मंदिर कनखल, हरिद्वार में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर स्थित भवन में महानिर्वाणी अखाड़ा के महाराज रवीन्द्र पुरी जी से भेंट की। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने जगद्गुरू आश्रम, कनखल हरिद्वार में शंकराचार्य श्री राजराजेश्वराश्रम महाराज से भी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने माया देवी मंदिर के दर्शन कर जूना अखाड़ा के महंत श्री हरिगिरि महाराज से भी मुलाकात की।

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