देहरादून, (गढ़वाल का विकास न्यूज)। श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय देहरादून एवं फ्लोरा फोना साइन्स लखनऊ ने संयुक्त रूप से एक दिवसीय शिखर सम्मेलन “खेत से सेहत“ का आयोजन किया गया। जिसमें डा0 त्रिलोचन मोहापात्रा प्रबन्ध निदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिसद, प्रो0 डा0 यू0एस0रावत कुलपति श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय देहरादून, डा0 सुमन खनूजा चैयरमेन फ्लोरा फोना फाउन्डेशन एवं डा0 पी0 डी0 जुयाल निदेशक प्रसार मुख्य रूप में उपस्थित रहे।
देवेन्द्र दास जी महाराज, कुलाधिपति, श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय देहरादून ने फ्लोरा फोना साइन्स लखनऊ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिये गहरा सम्मान और आभार व्यक्त किया। शिखर सम्मेलन का आयोजन पूर्व में विश्वविद्यालय परिसर में करने की योजना थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे आॅनलाइन आयोजित किया गया। इस आयोजन के लिये सभी का सहयोग हमें प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की शुरूवात दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वंदना के साथ की गई। मुख्य अतिथि डा0 त्रिलोचन मोहापात्रा ने देश में कुपोषण को एक बड़ी समस्या बताया तथा इससे पार पाने के लिये कृषि की आधुनिक तकनीकों के उपयोग एवं कुपोषण को कम करने के लिये न्यूट्री थाली, न्यूट्री पाठशाला तथा बायोफोर्टिफाइड किस्मों को बढ़ावा देने की बात कही।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 यू0एस0रावत ने कृषि के क्षेत्र में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये सराहनीय प्रयासों का व्याख्यान किया तथा इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन द्वारा कृषि को एक नये आयाम पर ले जाने की बात कही।
डा0 सुमन खनूजा ने अपने व्यक्तव्य में कृषि की आधुनिक तकनीकी के बारे मे जानकारी दी जिसमें कृषि प्रबन्धन, खाद्य प्रसंस्करण से किस तरह कृषकों की आय बढ़ाई जा सकती है एवं “प्रशन्न भारत“ की परिकल्पना मुख्य रूप से शामिल थे।
इसके साथ ही डा0 पी0 डी0 जुयाल निदेशक प्रसार कृषि एवं पशुपालन ने कृषि के क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ कृषकों तक कैसे पहुंचाया जाय इस पर प्रकाश डाला तथा मृदा की उर्वरता बढ़ाने की तकनीकी बताई।
कार्यक्रम समन्वयक एवं डीन इंचार्ज, डा0 मनीषा सिंह तथा डा0 नीरज जैन ने कृषि के क्षेत्र में खेती के साथ-साथ औषधिक एवं सुगंधित पौधों की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुये कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम एवं खोज सत्र का संचालन डा0 सोनी गुप्ता, डा0 मनिका एवं कु0 अंकिता ने किया। जिसमें प्रतिभागियों ने 03 मुख्य श्रैणियों में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में बडी संख्या में वैज्ञानिकों, उद्यमियों एवं छात्र-छात्राओं ने पोस्टर प्रर्दशन के जरिये प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा0 ए0के0सिंह, डा0 अनिल कुमार सक्सेना, डा0 दीपक सोम, डा0 हिमांशू वर्मा, श्री अतुल नैनवाल, डा0 एम0पी0दारोकर, डा0 अर्निबन पाल, डा0 अब्दुल समद, डा0 एस0के0चैहान, डा0 आलोक कालरा, डा0 रमाकांत हरलंका, डा0 अर्चना सुुमन खनुजा, डा0 राजेश वर्मा, श्रीमती अनिता यादव, श्रीमती मीनू खरे, डा0 मालविका काण्डपाल, डा0 गीता रावत, कु0 शगुन गुप्ता, शोर्य, ऋतिक, अंशुल, अखिलेश, नाथीराम एवं तकनीकी सहयोग श्री अभिषेक जुयाल, श्री गौरव, श्री भाष्कर तथा समस्त कृषि संकाय स्टाफ एवं विश्वविद्यालय के अन्य विभागों ने प्रतिभाग किया।
अन्त में शिखर सम्मेलन में सभी का धन्यवाद किया गया तथा भविष्य में स्वस्थ्य भारत, खुशहाल भारत, पोषण से रोशन पर बल दिया गया।