गढ़वाल का विकास डॉट कॉम, देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ नेता राजीव महर्षि ने कहा है कि अपने अन्तर्कलह से जूझ रही भाजपा को आज मेंढकों को तोलने की स्थिति का सामना करना पड रहा है। इसका प्रमाण केबिनेट बैठक में नाराज होने वाले मंत्री को मुख्यमंत्री को डिनर डिप्लोमेसी के जरिये मनाना पड़ रहा है।
राजीव महर्षि ने कहा कि विधायक दल में मच रही भगदड़ को टालने के लिए भाजपा अध्यक्ष को बैठको का दौर बुलाना पड़ रहा है। इन तमाम कोशिशों को देखते हुए साफ हो गया है कि भाजपा को अपना घर संभालना भारी पड़ रहा है और उसे भय है कि कभी भी कोई भी विधायक या मंत्री पार्टी छोड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से एकजुट है और जनता के स्पष्ट रुख से भी यह साफ हो गया है कि लोग भाजपा के कुशासन को समाप्त कर कांग्रेस को राज्य की बागडोर सौपने का मन बना चुकी है। बीती सोलह दिसंबर को देहरादून में सम्पन्न पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गाँधी जी की ऐतिहासिक रैली से भी यह संदेश स्पष्ट हो चुका है।
महर्षि ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी को भी आईना दिखाते हुए कहा कि आप नेताओं को मात्र प्रचार में महारत है। दिल्ली की चरमराती हालत आज किसी से छिपी नहीं है जबकि पूरा देश और प्रदेश की जनता जानती है कि वर्ष 2002 से 2007 तक जो विकास प्रदेश में हुआ वह आज भी उदाहरण है, उसके बाद 2012 से 2017 तक तमाम बाधाओ और आपदाओ के बावजूद कांग्रेस ने उत्तराखंड की अस्मिता का जो बोध कराया उससे कोई इंकार नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन के नाम पर बीते पाँच साल में प्रदेश की जनता के साथ सिर्फ धोखा हुआ है। महंगाई और बेरोजगारी के सिवा डबल इंजन ने कुछ नहीं दिया है जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में कीमतें स्थिर रही थी। ऐसे में आम आदमी पार्टी और भाजपा को उठाने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं का अपना विकास करने की बात कहना अपने आप में हैरान करने वाली बात है कि जो मात्र विज्ञापनबाजी से चेहरा चमकाने के अभ्यस्त हैं, वे ज्ञान देने चले आए हैं जबकि दिल्ली की हकीकत किसी से छिपी नहीं है। शीला दीक्षित जी के कार्यकाल में हुए कार्यों का रखरखाव तक जो लोग नहीं कर पाये, उनके द्वारा लगाए गए आरोप ओछे ही कहे जा सकते हैं।