– भारी भ्रष्टाचार के कारण पूरे उत्तराखण्ड की सड़कें चढ़ी सैलाब की भेंटः करन माहरा
देहरादून 28 जून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा ने उत्तराखण्ड राज्य में पहली बरसात में हुए सडकों के बुरे हाल पर बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार में सड़कों के निर्माण में हुए भारी भ्रष्टाचार के कारण पूरे राज्य की सड़कें पहली बरसात भी नहीं झेल पाई तथा गढ्डों में तब्दील हो गई हैं तथा यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अभी तो बरसात की शुरूआत हुई है ऐसे में जब मानसून अपने चरम पर रहेगा तब प्रदेश की जनता का क्या होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 100 से अधिक मोटर मार्ग पूरी तरह से बंद पड़े हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों का मुख्य मार्गों से सम्पर्क पूरी तरह से कट चुका है। राज्य का आपदा प्रबन्धन पूरी तरह से विफल साबित हुआ है, सड़कों की खराब हालात के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार दुर्घटनायें घटित हो रही हैं। शहरी क्षेत्रों की सड़कें बरसाती नालों में तब्दील हो चुकी हैं तथा लोगों को घंटों जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
श्री करन माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बडे जोर शोर से सड़कों को गढ्डा मुक्त करने के लिए पैच रिपेयरिंग ऐप जारी किया गया था परन्तु सरकार प्रदेश की एक प्रतिशत सड़कों को भी गढ्डा मुक्त नहीं कर पाई है इसके विपरीत पहली बरसात ने सरकार के सभी झूठे दावों की पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उसके गढ्डा मुक्त ऐप से प्रदेशभर से कितनी शिकायतें प्राप्त हुई तथा प्रदेश की कितनी सड़कें गढ्डा मुक्त हुई? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 2500 कि.मी. सड़कों को गढ्डा मुक्त करने का दावा कर रहे थे परन्तु शुरूआती बरसात ने ही मुख्यमंत्री के झूठ की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा व्यवस्थित करने में भी धामी सरकार विफल साबित हो चुकी है, सरकार की नाकामी के कारण बार-बार यात्रा कई स्थानों पर रोकनी पड़ रही है। भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के चलते यात्रा मार्ग का भी बुरा हाल हो चुका है तथा आॅल वेदर रोड़ जगह-जगह बंद पडी हुई है, बद्रीनाथ हाइवे सैलाब में 50 मीटर तक बह चुका है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने कहा कि यही हाल प्रदेश में विद्युत आपूर्ति तथा पेयजल आपूर्ति का हो गया है। सरकार की नाकामियों के कारण प्रदेश की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है तथा लोगों को अधंरे में रात बिताने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के कई आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पेयजल लाईने ध्वस्त होने के कारण पानी का गम्भीर संकट खड़ा हो गया है। पर्वतीय क्षेत्रों के कई जनपदों में स्थानीय लोगों को भारी पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है तथा मैदानी क्षेत्रों में प्रदूषित पानी पीने को लोग मजबूर हो गये हैं।
श्री करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में चारधाम यात्रा एवं पर्यटन काल अपने चरम पर है। छः माह चलने वाला पर्यटन एवं तीर्थाटन राज्य के लोगों की आय का प्रमुख स्रोत है, परन्तु राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण नीति एवं असफलताओं के कारण चारधाम यात्रा में बार-बार व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। पर्वतीय क्षेत्र एवं यात्रा स्थलों पर पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करने में सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि धामी सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है तथा जनता को बुनियादी सुविधायें मुहैया कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलिरेंस का राग अलापने वाली भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार का आलम यह है कि पूरे विश्व के हिन्दुओं की गहन आस्था के प्रतीक स्थल भगवान श्रीबद्रीनाथ-केदारनाथ भी उसके भ्रष्टाचार से अछूते नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की नौकरशाही सरकार पर हावी हो चुकी है तथा अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को गम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यों में भी भारी भ्रष्टाचार को अंजाम दिया रहा है। *1600 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च होने के बावजूद भी देहरादून शहर की सड़कें जलमग्न हो रही हैं* जिसके चलते राजधानी की यात्रायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है तथा आम जनता को घंटों जाम की स्थिति का सामना तो करना ही पड़ रहा है गम्भीर दुर्घटनायें भी घटित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सबसे ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।