देहरादून। शिक्षा विभाग ने गैरहाजिर पाये गये शिक्षकों के मामले में रोलबैक कर दिया है। विभाग ने इन शिक्षकों को दुगर्म में तबादला करने की बात कही थी, लेकिन अब अनुपस्थिति वाले दिन का वेतन दे दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने ये निर्देश दिये हैं।
शिक्षा मंत्री पांडेय ने कहा है कि जिन 78 शिक्षकों को माफ किया गया है, उनका रिकार्ड रखा जाए और यदि इनमें से कोई भी दोबारा कभी अनुपस्थित पाया गया तो उसे सीधे दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों यानी एफ श्रेणी में स्थानान्तरित कर दिया जाएगा। पांडेय ने कहा है कि ऐसे शिक्षकों को दूसरा कोई दंड नहीं मिलेगा और उनका तबादला ही किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही विभाग ने पहली व तीन जुलाई को सैकड़ों स्कूलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान प्रदेशभर के 78 शिक्षक बिना अर्जी व सूचना के गैरहाजिर पाये गये थे। तब इन शिक्षकों का वेतन काटने व दुर्गम में तबादला करने की बात विभाग की ओर से कही गयी थी।
शिक्षकों पर सरकार के द्वारा सख्ती के लिए कई तरह के फरमान सुनाये गये हैं, लेकिन गुरु आखिर गुरू जो ठहरे, विभाग के सभी आदेशों को वे एक-एक कर पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। पहले ही शिक्षक ड्रेस कोड को लेकर सरकार को आंखें दिखा चुके हैं और 8 किलोमीटर की परिधि में निवास करने के फरमान के खिलाफ सीना चौड़ा करके डटे हैं। ऐसे में सरकार के सामने बड़ी समस्या यह है कि सरकार शिक्षा में सुधार के लिए करे भी तो क्या करे।