देहरादून में कोस्टगार्ड के भर्ती केंद्र का किया गया शिलान्यास
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। देवभूमि व वीरभूमि के रूप में दुनियाभर में पहचान रखने वाले उत्तराखण्ड को सैन्यधाम बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल के अंतर्गत शुक्रवार को उत्तराखंड में कोस्टगार्ड के भर्ती केंद्र का शिलान्यास हो गया। देहरादून के कुंआवाला में प्रस्तावित भर्ती सेंटर की नींव पत्थर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रखी।
उत्तराखण्ड में देश के लिए बलिदान होने की लम्बी परम्परा रही है। यहां औसतन हर परिवार में एक व्यक्ति सेना में भर्ती होकर देश सेवा के लिए समर्पित है। देश के लिए अपना सर्वस्व त्याग करने का जज्बाए यहां के हर युवा को सेना में भर्ती होने को प्रेरित करता है। उत्तराखण्ड के युवाओं के इसी जज्बे को नमन करते हुए PM नरेंद्र मोदी ने राज्य को सैन्यधाम बनाए जाने की बात कही थी। सैन्यधाम के संकल्प को साकार करने में बहुत बड़ी पहल कोस्टगार्ड भर्ती केंद्र की स्थापना द्वारा की जा रही है, जिसका शिलान्यास शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के द्वारा किया गया। देहरादून में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर के लिए भारत सरकार से 17 करोड़ रूपये भूमि के लिए व 25 करोड़ रूपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है। इस भर्ती केन्द्र का पूरा खर्च भारत सरकार वहन करेगी। लगभग डेढ़ साल में यह भर्ती केन्द्र बनकर तैयार हो जायेगा। इससे राज्य के युवाओं के लिए देश सेवा की अपनी प्रकृति के अनुरूप कोस्टगार्ड में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उत्तराखण्ड का युवा देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा में भी अपना योगदान दे सकेगा।
क्या है कोस्टगार्ड: भारतीय कोस्टगार्ड एक मल्टी-मिशन संगठन है जो कि समुद्र में वर्ष भर अपनी गतिविधियों का संचालन करता है। यह सतह व वायु में कार्रवाई करने की व्यापक क्षमता रखता है। महानिदेशक भारतीय कोस्ट गार्ड, इसके प्रमुख होते हैं। इसका हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है। इसके अंतर्गत पांच कोस्ट गार्ड क्षेत्र हैं, उत्तर- पश्चिम, पश्चिम, पूर्व, उत्तर-पूर्व व अंडमान व निकोबार।
कोस्टगार्ड क्यों बनें: इसका एकमात्र सबसे महत्वपूर्ण कारण है, समुद्र में चुनौतियों का मुकाबला। यदि आप बुद्धिमान व साहसी हैं, आपमें मौलिकता व नेतृत्व का गुण है तो समुद्र में सुनहरा भविष्य आपका इंतजार कर रहा है। कोस्टगार्ड में सेवाएं, केवल एक रोजगार नहीं है। यहां आप राष्ट्रीय हितों की रक्षा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कोस्टगार्ड का जीवन कठोर परिश्रम, दक्षता, जोखिम व साहसिक कारनामों से भरा होता है। दुनिया भर में भ्रमण का अवसर मिलता है। देश-रक्षा में योगदान का आत्मिक संतोष भी मिलता है। बेहतर वेतन व अन्य सुविधाओं के साथ बहुमुखी कैरियर, कोस्टगार्ड से बाहर सामान्य नागरिक जीवन में मिलना कठिन है।