देहरादून। मनमानी व हिटलरशाही के चलते शिक्षकों के निशाने पर आये रानी पोखरी इंटर कालेज के प्रिंसिपल माधव मोहन सकलानी सकलानी पर आखिरकार कार्यवाही शुरू हो गयी है। सोमवार को राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले जब विद्यालय के शिक्षकों ने विद्यालय में ही धरना शुरू किया तो अफसर भी हरकत में आये।
दो दिन पहले ही स्कूल के शिक्षकों ने सकलानी के खिलाफ निदेशालय में शिकायत की थी। सकलानी के खिलाफ पिछले एक साल से अधिक समय से स्कूल में बवाल चल रहा है। उन्हें वहां से हटाने के आदेश भी हुए, लेकिन वे कोर्ट से स्टे लाने की बात कहकर स्कूल में ही जमे रहे। इसको लेकर शिक्षक फिर से लामबंद हुए और सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज करायी। विरोध के बाद भी अफसर सकलानी का बाल भी बांका नहीं कर पाये। सोमवार को जब शिक्षक संघ ने स्कूल परिसर में धरना शुरू कर दिया। इसके बाद मुख्य शिक्षाधिकारी एसबी जोशी व ब्लाक शिक्षाधिकारी रामप्रसाद विभागीय सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सकलानी को सीईओ कार्यालय में अटैचमेंट का आदेश भी थमा दिया, लेकिन सकलानी ने मोहलत मांगी। सीईओ ने सकलानी के वित्तीय अधिकार छीनकर दूधली के प्रधानाचार्य को हस्तांतरित कर दिये हैं।