हरिद्वार। आगामी गर्मी के मौसम को देखते हुए नगर की पेयजल व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए अगस्त क्रांति भवन (सीसीआर) में उत्तराखण्ड सरकार के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बैठक ली। बैठक में उन्होंने 04 दिनों के अंदर नगर के समस्त पेयजल लीकेज को ठीक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पेयजल लीकेज पर जीरो टालरेंस की नीति अपनायी जाएगी। यदि लीकेज मिलता है तो इसे तत्काल रूप से ठीक किया जाए। जल निगम, जल संस्थान के अधिकारी टास्क फोर्स बनाकर सर्वे कर लीकेज ठीक करें। उन्होंने एनएच द्वारा पेयजल पाइप क्षतिग्रस्त करने पर नुकसान को ठीक न करने पर एफआईआर की कार्यवाही करने का निर्देश दिया। श्री कौशिक ने नगर में हैण्ड पम्प ठीक करने व आवश्यकता पड़ने पर ट्यूबवैल हेतु जमीन उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि नगर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक कार्ययोजना बनायी जाए। 26 बड़े नालों की सफाई के लिए टेंडर कर लिए जाएं। पेयजल, जलभराव की समस्या के लिए संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित कर लिये जाएं। लाटोवाली, कुम्हार घडी, रेलवे स्टेशन के पास, औद्योगिक क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। श्री कौशिक ने लोक निर्माण विभाग को गड्डे मुक्त सड़कों का निर्माण व मरम्मत करने के निर्देश दिये। एचआरडीए को पार्कों सौंदर्यींकरण का निर्देश दिया। उन्होंने कुम्भ 2021 को ध्यान में रखते हुए योजनावार प्लान तैयार कर कार्य करने के निर्देश भी दिये। मेयर मनोज गर्ग ने डेंगू नियंत्रण के लिए अभी से प्लान तैयार करने के निर्देश दिये तथा पेयजल लीकेज पर आपसी समन्वय पर बल दिया। बैठक में जिलाधिकारी एस.ए. मुरूगेशन, सीडीओ डाॅ. मेहरबान सिंह बिष्ट, सीएमओ डाॅ. बी.एस. जंगपांगी, डीडीओ पुष्पेन्द्र चैहान, सचिव एचआरडीए, एमएनए अशोक पांडे, मुकेश कौशिक, अनिरूद्ध भाटी, नरेश शर्मा, विनीत जौहारी, विकास तिवारी इत्यादि उपस्थित थे।