देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा आढ़त बाजार के तत्वावधान में छोटे साहिबजादों एवं माता गुजर कौर जी का शहीदी पर्व श्रद्धा एवं कथा कीर्तन के रूप में मनाया गया। सरदार अवतार सिंह व सतिंदर कौर द्वारा रखे गए श्री अखंड पाठ के भोग डाले गए। शनिवार की प्रात: नितनेम के पश्चात हजूरी रागी भाई मंजीत सिंह ने शब्द ”मित्र प्यारे नु हाल मुरीदा दा कहना’ एवं भाई गुरदयाल सिंह ने शब्द ”षन गुरु धन गुरु प्यारे एवं सतगुरु आगे शीश भेंट देओ, जे सतगुरु साचे माने’ का गायन किया। हेड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह ने कहा कि दो छोटे साहिबजादों की शहादत से गुरु साहिब की आज्ञा हमें धर्म से डगमगा नहीं सकती। हमें दुख सुख में गुरु साहिब पर भरोसा कर अपना जीवन आनंद में व्यतीत करना चाहिए। इस अवसर पर बलजीत सिंह, मनिंदर कौर ने सेवादारों के बच्चों को 20 स्कूल बैग प्रदान किए।इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, महासचिव सेवा सिंह मठारू, सुरजीत सिंह, मनजीत सिंह, गुरबक्श सिंह राजन, सतनाम सिंह, चरणजीत सिंह, राजेंद्र सिंह राजा व जेएस कुकरेजा, आदि उपस्थित थे। वहीं, गुरुद्वारा श्री गुरु हरि राय साहिब जी सातवीं पाताशाही देहरा खास टीएचडीसी कालोनी देहरादून विखे श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी स्त्री सत्संग, देहरा खास की ओर से साहिबजादों की याद में शहीदी सप्ताह 22 से 28 दिसंबर तक बड़े श्रद्धा से मनाया गया। इस अवसर पर गुरुबानी जाप साहिब, चौपाई साहिब सिमरन कीर्तन का गायन हुआ।भाई विजय सिंह ने साहिबजादों की शहीदी का इतिहास बताया। गुरुद्वारा के प्रधान सरदार हरचरण सिंह कालड़ा ने संगत को गुरुवाणी को मुख रखकर गुरु से जुड़ने का मार्ग बताया।