देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर कहा कि उपनल से भरे जाने वाले पद सिर्फ सैनिक परिवारों और उनके आश्रितों के द्वारा ही भरे जाएंगे। इनको भविष्य के एजेण्डे में शामिल किया जायेगा। उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक संगठन द्वारा आयोजित पूर्व सैनिक मिलन समारोह में मुख्यमंत्री बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि सैनिकों का उत्थान हो। उन्होंने कहा कि मेरे पूर्व में मंत्री पद पर रहते हुए पंचायत स्तर पर पूर्व सैनिकों की नियुक्ति की गयी थी और मुख्यमंत्री पद पर आने के बाद सरकार की पहली कैबिनेट में हमने निर्णय लिया कि उपनल में भरे जाने वाले पद सिर्फ सैनिक परिवारों और उनके आश्रितों के द्वारा ही भरे जाएंगे। इनको भविष्य के एजेण्डे में शामिल किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना ने हमें आश्वासन दिया है कि रिटायरमेंट के बाद उनके स्पेशलिस्ट डाक्टर उत्तराखंड राज्य में अपनी सेवाएं देने को तैयार हैं। लगभग 102 डॉक्टर्स के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को होने वाली कैबिनेट में उनके वेतन के निर्धारण पर फैसला लिया जा सकता है। साथ ही श्रीनगर मेडिकल कलेज को सेना को देने के लिए स्वीकृति बन गई है। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने यह भी आश्वासन दिया है कि चार लाख अखरोट की पौध को गौचर में नर्सरी में दो साल रखने के बाद किसानों को मुफ्त में बांटा जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 9 पैरा कमाण्डो के पूर्व कमाण्डो विनोद पाल द्वारा संचालित की जा रही सेना के इक्यूपमेंट्स तैयार करने वाली फैक्ट्री का भी अवलोकन किया। विनोद पाल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वह बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। अपने साथ-साथ उन्होंने अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है। साथ ही उन्हें काम देकर प्रशिक्षित करने का भी काम किया है।इस अवसर पर विधायक गणोश जोशी, कर्नल सीएम नौटियाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय सैनिक संस्था कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी सहित प्रदेशभर से आए पूर्व सैनिक एवं अर्धसैनिक उपस्थित थे।