देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि अगले वर्ष से हर हाल में NCERT की किताबें लागू करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई कराने की तैयारी की जा रही है।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि अगले वर्ष से हर हाल में सरकारी के साथ-साथ सभी निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें लागू करवाई जाएंगी। साथ ही यह व्यवस्था भी बनायी जानी है कि सत्र खत्म होने के बाद किताबें वापस जमा हो जाएं। एक किताब कम से कम पांच साल चलायी जाएगी। विभाग इसके लिए किताबों की बाइंडिंग का काम करेगा। इससे दो फायदे होंगे। पहला यह कि अभिभावकों को किताबों के भारी भरकम खर्च से बचाया जा सकेगा। दूसरा यह कि किताबें सुरक्षित वापस करने पर बच्चों को पांच अंक अतिरिक्त भी दिये जाएंगे।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि इस व्यवस्था को लागू करने के लिए प्रत्येक जनपद में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। जो अगले सत्र के लिए अभी से होमवर्क में लग जाएगा। सरकार के पास इतना बड़ा बुक बैंक होगा तो किसी को भी किताबें खरीदने के लिए पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बहुत सारे विषयों पर अंतिम निर्णय लिया जा रहा है और अगले शिक्षा सत्र से इनको पूरी तैयारी के साथ लागू किया जाएगा। अगले सत्र से सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई कराने की तैयारी की जा रही है।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि शिकायत प्रकोष्ठ का गठन बहुत सोच समझ कर किया गया है। विभाग के 70 हजार कार्मिकों की समस्याओं का सिर्फ मेरे द्वारा देखना संभव नहीं था। यह प्रकोष्ठ सभी की समस्याओं का समाधान कराएगा। इसके लिए कई शिक्षकों को मैं खुद दबाव देकर लाया हूं। इस पर सवाल न उठायें, जल्दी ही इसके परिणाम भी दिखायी देंगे।’