चमोली/देहरादून। प्रसिद्ध तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट
शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंदी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रही।
हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने से पहले गुरुद्वारे और मंदिर को फूलों से सजाया गया था। सुबह हुकुमनामा का पाठ, शबद-कीर्तन और अरदास की गर्इ। पंच प्यारे के नेतृत्व में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से शचखंड़ में लाया गया। इसके बाद डेढ़ बजे सेना के बैंड की मधुर ध्वनि के बीच विधि विधान के साथ हेमकुंड के कपाट बंद किए गए।
हेमकुंड साहिब सिक्खों का सबसे ऊंचा तीर्थस्थल है। मान्यता है कि यहां पूर्व जन्म में सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिह ने तपस्या की थी। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में अब तक करीब सवा दो लाख श्रद्धालु मत्था टेक चुके हैं। इसके अलावा लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हुए हैं। इस अवसर पर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शनों के लिए उमड़ पड़ी।