असहायों एवं वंचितों की मददगार बनेगी सरकार : सीएम

श्रमिकों को भेंट की साइकिल, सिलाई मशीन व सोलरलाइट, मृतक श्रमिक के आश्रित को प्रदान की मुआवजे की धनराशि, CM ने कोलागढ़ में किया करोड़ो योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण
देहरादून। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को कोलागढ़ में रू. 14.17 करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया जिसमें 3.57 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कोलागढ़ के भवन रू. 4.28 करोड़ की लागत से सीमाद्वार क्षेत्र की फुटपाथ व नाली निर्माण कार्यों के साथ ही क्षेत्र के आंतरिक मार्गों का निर्माण कार्य सम्मिलित है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं का लोकार्पण किया उनमें 3.65 करोड़ लागत की 33/11 ऊर्जा भवन उपकेन्द्र का निर्माण तथा ठाकुरपुर रोड़ पर 11 केवी  पौंधा व शिवालिक फीडर पर विद्युत लाइन स्थानान्तरण का कार्य शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने श्रमिक श्री श्याम सुन्दर की पत्नी श्रीमती सुषमा को 3.10 लाख का चेक तथा श्रमिक श्री अजय की पत्नी को कन्या जन्म होने पर 25 हजार का चेक, श्री रामप्रकाश को सिलाई मशीन, सोलर लाइट व साइकिल प्रदान करने के साथ ही श्रमिक श्री जगदीश सिंह को प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन कार्ड भी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समाज के वंचित एवं असहायः वर्ग को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये हमने कई योजनायें धरातल पर उतारी है। आजादी के 70 साल बाद भी जिनकी किसी ने सुध नहीं ली, हम उनके सहयोगी बने है। उनकी कठिनाइयों को हमने महसूस किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों रेहड़ी, ठेले का कार्य करने वाले तथा अन्य स्थलों पर कार्यरत श्रमिकों की पहचान कर उन्हें आर्थिक मदद के साथ ही साइकिल, सिलाई मशीन व सोलर लाइट प्रदान की जा रही है। श्रमिकों की असामयिक मृत्यु पर 3 लाख से अधिक के मुवावजे के साथ ही उन्हें कन्या जन्म होने पर 25 हजार तथा पुत्र के जन्म पर 15 हजार की धनराशि प्रदान की जा रही है। हमारे श्रमिक हमारा सम्मान है। इसीलिए प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा की इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक श्रमिकों को सम्मान प्रदान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2019 को रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, 6 मार्च को परेडग्राउण्ड में युवा उत्तराखण्ड रोजगार एवं उद्यमिता की ओर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें 10 हजार युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित होने के साथ ही 56 कालेजों के छात्रों को जोड़ा जायेगा। इस प्रकार प्रदेश में युवाआें को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए प्रभावी पहल की जा रही है। इसके लिए 3 कालेजों की भी स्थापना की जा रही है। सीपेट सहित अनेक संस्थान खोले गए है। सीपेट के माध्यम से शत् प्रतिशत रोजगार के अवसर युवाओं को उपलब्ध होंगे, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है। शीघ्र ही सुद्धोवाला में साइंस सिटी स्थापित की जाएगी। इसमें वैज्ञानिक शोधों के अलावा युवाओं को बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के बेसहारा अनाथ बच्चों की भी हमने चिन्ता की है। उन्हें समाज में सम्मान पूर्ण जीवन जीने के लिए 5 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने की व्यवस्था के साथ ही बेसहारा गरीब परिवारां के हुनरमंद बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। ताकि संसाधनों के अभाव में विलुप्त होने वाली प्रतिभायें समाज को अपना हुनर दिखा सके। प्रदेश की प्रतिभाओं का सम्मान हमारा सम्मान है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आम आदमी को बेहतर इलाज मिले इसके लिए अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत प्रत्येक व्यक्ति के इलाज की व्यवस्था की है। इसके लिए हमने प्रत्येक व्यक्ति को कार्ड देने की व्यवस्था की है। अस्पताल चिन्हित किए गए है, किस अस्पताल में किस बीमारी के इलाज की व्यवस्था होगी, इसे भी चिन्हित किया गया है इसके लिए जन-जागरूकता की भी उन्होंने जरूरत बताया।
इस अवसर पर कैबिनेट में भी डा0 हरक सिंह रावत, सांसद श्रीमती माला राजलक्ष्मी शाह, विधायक श्री हरवंश कपूर, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा के साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा अनेक जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

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