आखिरकार पुलिस ने ढूंढ़ा ATM से पैसा उड़ाने वाले गिरोह को

महिला समेत चार लोगों के नाम आए सामने
देहरादून। दून के बैंक खाताधारकों के खातों पर साइबर अटैक कर पुलिस और खाताधारकों की नींद उड़ा देने वाले गिरोह को पुलिस ने आखिरकार ढूंढ लिया। हरियाणा का गिरोह वारदात को अंजाम दे रहा है। दून में रहकर ही गैंग ने डिजिटल सेंधमारी का ताना-बाना बुना और सारी तैयारी की।
तैयारियों को अंजाम तक पहुंचाने के बाद जयपुर से दूनवासियों के खाते खाली किए गए। गैंग में महिला समेत चार लोगों के नाम सामने आए हैं। आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम हरियाणा रवाना हो चुकी है। गौरतलब है कि 14 जुलाई से डिजिटल सेंधमारी के मामले सामने आने लगे थे। विभिन्न बैंकों के एटीएम की क्लोंनिग कर खाताधारकों के खाते खाली करने के करीब 90 मुकदमे दर्ज किए गए। पीड़ितों के खातों से करीब 30 लाख रुपये निकाल लिए गए। मामलों को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था राम सिंह मीणा के निर्देश पर पुलिस टीम एवं एसटीएफ का गठन किया गया। टीम ने पीड़ित खाताधारकों के खाते से हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा उन एटीएम को चिह्नित किया गया जहां पर क्लोनिंग की घटना को अंजाम दिया गया। जांच के दौरान विभिन्न एटीएम की सीसीटीवी फुटेज हासिल की गई।
जांच में यह बात सामने आई कि आरोपितों ने अपने द्वारा चिह्नित किए गए एटीएम में स्कीमर डिवाइस लगाकर खाताधारकों का सम्पूर्ण डाटा हासिल किया और इस डाटा के अनुसार खाताधारकों के एटीएम कार्ड की क्लोंनिंग की। एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर गिरोह ने जयपुर के विभिन्न एटीएम से पीड़ित खाताधारकों के खातों से लाखों रुपये निकाल लिए। जयपुर से रकम निकाले जाने की पुष्टि होने पर एक टीम को जयपुर भेजा गया। टीम ने सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अध्ययन किया और पाया कि गिरोह के सदस्यों ने एक से आठ जुलाई तक एटीएम की क्लोनिंग की। इसके बाद आरोपितों के रुकने के ठिकानों के सम्बन्ध में देहरादून के कुछ होटल एवं धर्मशालाओं से जानकारी मिली, जो संबंधित एटीएम के आसपास थे।
पुलिस को प्राप्त हुए कुछ संदिग्धों के मोबाइल नम्बरों का तकनीकी विश्लेषण करने के बाद आरोपितों की लोकेशन झज्जर रोहतक व हरियाणा के अन्य जनपदों व आसपास के क्षेत्रों मे पाई गई। एसटीएफ व पुलिस टीम को दबिश के दौरान संगठित गिरोह द्वारा साइबर अटैक की घटना को अंजाम देना प्रकाश में आया।
जांच में गिरोह में शामिल रामबीर निवासी झज्जर, सुदेश निवासी झज्जर और जगमोहन निवासी झज्जर का नाम सामने आया। इसके अलावा गिरोह में एक महिला का होना भी सामने आया है। इसकी भूमिका के बारे में पुलिस ने जांच की है। अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि उक्त महिला के खाते में एक खाते से लगभग 35 लाख रुपया ट्रांसफर किया था। पुलिस महिला तक पहुंच गई और उसने बताया कि उनका उक्त लोगों के साथ एक जमीन का सौदा हुआ है। उसी जमीन की एवज में यह पैसा उसके खाते में डाला गया है। अभी उसने जमीन की रजिस्ट्री नहीं की है। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था राम सिंह मीना ने बातया कि गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंहके नेतृत्व में एसटीएफ एवं जनपद देहरादून के निरीक्षक, उपनिरीक्षकों एवं आरक्षियों की अलग-अलग टीम बनाकर सम्बन्धित राज्यों के लिए रवाना कर दी गई हैं।

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