देहरादून। फर्जी तरीके से राज्य के अशासकीय स्कूलों में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही शुरू हो गयी है। पहली गाज अल्मोड़ा के आर्य कन्या इंटर कॉलेज पर गिरी है। आचार संहिता के दौरान कॉलेज में नियुक्त किए गए 10 प्रवक्ताओं की सेवा समाप्त कर दी गई है।
राज्य सरकार की मंजूरी के बाद शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने इसके आदेश जारी कर दिए। इस कार्रवाई से अशासकीय स्कूलों में खासी हलचल है। इस स्कूल को दिया गया 20 लाख रुपये का अनुदान भी वापस लिया जा सकता है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जी प्रमाणपत्र या चयन प्रक्रिया में अनियमितता बर्दाश्त नहीं होगी। अफसरों से कहा है कि यदि किसी स्तर पर नियम का उल्लंघन और गड़बड़ियां पाई जाएं तो तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए।
कई और स्कूलों पर भी गिर सकती है गाज
आचार संहिता के दौरान मनमानी नियुक्तियों की शिकायतों पर तत्कालीन अपर मुख्य सचिव शिक्षा डॉ. रणवीर सिंह ने नियुक्ति प्रक्रिया रोक दी थी। आरोप है कि नए मानक तय होने के बावजूद कई स्कूलों ने पुराने नियमों पर भर्ती कर लीं। अपर मुख्य सचिव ने पूरे राज्य में अक्तूबर 2016 से अप्रैल 2017 के दौरान भर्तियों की जांच शुरू करा दी। सूत्रों के अनुसार कई स्कूलों में नियमों का पालन न होने व तकनीकी खामियों की पुष्टि हो चुकी है। इस रिपोर्ट को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है।