देहरादून। आखिरकार लम्बी प्रतीक्षा के बाद जनपद के आखिरी गांव में उत्तराखंड रोडवेज की बस पहुंच ही गयी। बस पहुंचने की सूचना के बाद ग्रामीणों का न केवल हुजूम उमड़ पड़ा, अपितु चालक-परिचालक का माला पहनाकर जोरदार स्वागत भी किया गया।
अरसे से यातायात के साधनों को लेकर समस्या झेल रहे जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर के शिलगांव क्षेत्र के छह गांवों के लोगों की मुराद बीते रेाज पूरी हो गई। उत्तराखंड परिवहन निगम ने ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए देहरादून से वाया चकराता होते हुए त्यूणी-कथियान के लिए शुरू की गई रोडवेज बस सेवा का विस्तार देहरादून जिले के अंतिम गांव डांगूठा तक करने का फैसला लिया है। डांगूठा गांव उत्तरकाशी जिले से लगता है। स्थानीय लोगों की मांग पर बीते रोज कथियान बाजार से अंतिम स्टेशन डांगूठा गांव पहुंची रोडवेज बस को देखने के लिए ग्रामीण सड़क तक दौड़े चले आए। गांव में पहली बार बस पहुंचने की खुशी में ग्रामीणों ने चालक-परिचालक का परंपरागत तरीके से माला पहना कर जोरदार स्वागत किया। ग्रामीणों का कहना था कि डांगूठा तक रोडवेज बस चलने से शिलगांव क्षेत्र के सुदूरवर्ती पटियूड़, ऐठान, भूनाड़, भटाड़ व डांगूठा समेत आसपास के सैकड़ों लोगों को बस पकड़ने के दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।