देहरादून/घनसाली (टिहरी)। सूबे की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ कार्य करने के सरकार चाहे कितने दावे करे, लेकिन हकीकत इसके विपरीत ही नजर आती है। कही स्कूली भवन की स्थिति सही नहीं है, तो कही शिक्षक ही विद्यालय से नदारद रहते है। इस विद्यालय में प्रवक्ता तो छोड़ो, प्रधानाचार्य तक नदारद है, जबकि शिक्षको के रिक्त पदों को भी नहीं भरा जा सका है।
हम बात कर रहे है घनसाली (टिहरी) में स्थित इंटर कालेज अखोड़ी की, जहां शिक्षा विभाग और सरकार का मॉडल स्कूल का सपना अधूरा रह गया है। इस विद्यालय का प्रधानाचार्य एक वर्ष से और जीव विज्ञान का प्रवक्ता तीन माह से नदारद चल रहे हैं। इसके अलावा 10 शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं, जिससे विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। गोदाधार अखोड़ी में अभिभावक शिक्षक संघ की बैठक में अभिभावकों ने नदारद चल रहे प्रधानाचार्य और जीव विज्ञान प्रवक्ता को निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। साथ ही विद्यालय में वर्षों से हिंदी, भौतिक विज्ञान, गणित, राजनीतिक विज्ञान, भूगोल, संस्कृत प्रवक्ता और एलटी में हिंदी, विज्ञान, संस्कृत, कला के शिक्षकों के रिक्त पदों को भरे जाने की मांग की गयी।
अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सरोप सिंह महरा का कहना है कि जल्द ही मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो अगस्त प्रथम सप्ताह में विद्यालय में तालाबंदी की जाएगी। मुख्य शिक्षा अधिकारी टिहरी दिनेश चंद्र गौउ़ ने बताया कि नदारद चल रहे प्रधानाचार्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई गतिमान है। प्रवक्ता के अनुपस्थित होने की सूचना नहीं मिली है। अगर ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी। रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों पर काउंसिलिंग चल रही है। एक सप्ताह में दो-तीन शिक्षकों की तैनाती विद्यालय में होनी है।