उत्तराखंड : अनुबंध पर दूसरे प्रदेशों से 300 डॉक्टर लाने की योजना

देहरादून। डॉक्टरो की कमी को पूरा करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने दूसरे प्रदेशों से करीब 300 डॉक्टर अनुबंध पर लाने की योजना बना रही है। करीब 240डॉक्टरों के तबादलों के बाद स्वास्य विभाग अब डॉक्टरों के 1100 खाली पद भरने की कवायद में भी जुट गया है। सूत्रों के मताबिक पहाड़ो में डॉक्टरों की भारी कमी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि वह तमिलनाडु आंध्र प्रदेश, उड़ीसा आदि प्रदेशों से 300 के करीब डॉक्टर अनुबंध पर लाएगी। यही नहीं उत्तराखंड चिकित्सा चयन बोर्ड के जरिए 720 डॉक्टरों की नियुक्ति भी की जाएगी। अनुबंध पर डॉक्टर लाने के प्रस्ताव को प्रशासनिक अनुमति मिल चुकी है इसके लिए डॉक्टरों के वेतन पैकेज के लिए केवल वित्त विभाग से मंजूरी बची है । विभाग को उम्मीद है कि अगले हफ्ते तक वित्तीय स्वीकृति भी मिल जाएगी। सूत्रों की मानें तो दूसरे प्रदेशों से डॉक्टर लाने की कवायद सोमवार से शुरू हो जाएगी व अनुबंध पर आने वाले डॉक्टरों को नियमित डॉक्टरों से पांच से दस फीसद अधिक वेतन दिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में प्रसूतिरोग विशेषज्ञों,हृदय रोग विशेषज्ञों, शल्य चिकित्सकों व फिजिशियनों की भारी कमी है अनुबंध में ऐसे डॉक्टरों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। वैसे प्रदेश में डॉक्टरों को पहाड़ चढ़ाना हर सरकार के लिए पहाड़ का काम रहा है। बता दें कि 100 के करीब डॉक्टरों को मैदानी क्षेत्रों से पहाड़ भेजा गया है लेकिन माना जा रहा है कि उनके तबादला आदेश लागू करवाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पहाड़ में तबादलों के बाद बहुत से डॉक्टर तबादले निरस्त कराने के जुगाड़ में लग गए है और मंत्रियों व अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। स्वास्य विभाग में डॉक्टरों के 2700 पद हैं जिनमें 1000 नियमित डॉक्टर हैं जबकि अन्य में सेवानिवृत्त या अनुबंध वाले डॉक्टर काम कर रहे हैं। स्वास्य महानिदेशक का कहना है कि तबादलों और नए डॉक्टर लाने का उद्देश्य प्रदेश के पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में स्वास्य सेवाओं का असंतुलन खत्म करना है। इससे सभी क्षेत्रों को समान रूप से स्पेशलिस्ट व चिकित्सा सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी।

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