देहरादून/कोटद्वार। उत्तराखंड में शिक्षको के लिए ड्रेस कोड की व्यवस्था लागू करने की चल रही कवायद के बीच अब इस डिग्री कालेज ने शिक्षक-कर्मियों के इस तरह की ड्रेसों पर रोक लगा दी है। इस व्यवस्था के पीछे स्कूल-कालेज परिसर में शालीन वेशभूषा को लागू करना बताया जा रहा है।
शालीन वेशभूषा की व्यवस्था लागू करने के उद्देश्य को लेकर कोटद्वार डिग्री कालेज प्राचार्य ने सभी शिक्षक-कर्मियों के लिए जींस-टीशर्ट, लोअर और लेगिंग पर रोक लगा दी। ऑफिस टाइम में इस प्रकार के आधुनिक कपडे़ पहनकर आने वाले कार्मिकों के खिलाफ न केवल कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। बल्कि उनके सीआर में एडवर्स एंट्री भी दर्ज की जा सकती है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. बीसी मेलकानी ने भी कालेज प्राचार्य के आदेश पर मुहर लगा दी।
प्राचार्य प्रो. राजीव रतन का कहना है कि शिक्षण संस्थाओं से अपेक्षा की जाती है कि वहां कार्यरत कर्मियों का आचरण भी शालीन है। इसलिए यह निर्णय किया गया है। नई व्यवस्था का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में यह दूसरा मौका है जब जींस-टीर्शट और लैगिंग को प्रतिबंधित किया गया है। इससे पहले विद्यालयी शिक्षा विभाग में अकादमिक-शोध निदेशक सीमा जौनसारी भी एससीईआरटी और सभी डायट में जींस-टीर्शट और लेगिंग पर बैन कर चुकी हैं।