देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। जी हां, यह बात सच है। पचांयत चुनाव की ड्यूटी में शिक्षको को बड़ी राहत मिलती दिख रही है। निर्वाचन आयोग ने शिक्षको की ड्यूटी विशेष परिस्थितियों में ही लगाने के साथ ही दूसरे विभागों के ग्राम स्तरीय कर्मचारियों को चुनावी कामों के लिए भेजने की बात कही है। इस बाबत सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये गये है।
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण के काम से शिक्षकों को राहत मिलती दिख रही है। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक शिक्षकों की ड्यूटी विशेष परिस्थितियों में ही लगाई जाएगी और कम से कम संख्या में ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा। इतना हीं नहीं शिक्षकों की जगह विकल्प के रूप में दूसरे विभागों के ग्राम स्तरीय कर्मचारियों को इन चुनावों से जुड़े कामों के लिए भेजने की बात भी आयोग की ओर से कही गयी है। इस बाबत राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव रोशनलाल ने सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए है। विदित हो कि शिक्षकों की ड्यूटी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की वोटर लिस्ट के लिए लगा दी गई है, जिसको लेकर शिक्षकों में काफी आक्रोश था। उनका कहना था कि शिक्षक स्कूल में नहीं रहेंगे तो छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा। शिक्षक संघ ने बकायदा निर्वाचन आयोग समेत अन्य आलाधिकारियों को पत्र भेजकर शिक्षकों को पंचायत ड्यूटी से बाहर रखने की मांग की थी।