संजय आर्थोपीडिक सेंटर में आयोजित की गई कार्यशाला
देहरादून। संजय आर्थोपीडिक, स्पाइन व मैटरनिटी सेंटर की नौंवी वर्षगांठ के अवसर पर कार्यशाला आयोजित की गई। जाखन स्थित सेंटर में आयोजित कार्यशाला में प्रदेश की महिला सशक्तिकरण व बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए समाज में जागरूकता के साथ ही कानून का सही क्रियान्वयन व पालन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या समाज में बहुत बड़ा अभिशाप है। इससे लिंगानुपात का संतुलन भी बिगड़ रहा है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए समाज में जागरूकता जरूरी है। जनप्रतिनिधि हो या फिर समाजसेवी सभी को जागरूकता की मुहिम को आगे बढ़ाना चाहिए। कहा कि समाज में बेटा व बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए। जिस तरह बेटे को अधिकार दिये गये हैं उसी तरह बेटी को भी अधिकार दिये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियों को आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाये जाने की जरूरत है। इस दिशा में राज्य सरकार भी समुचित कदम उठा रही है। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए कानूनों का सख्ती से पालन कराने की बात भी उन्होंने कही है। प्रसूति रोग विशेषज्ञ व राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित डा. सुजाता संजय ने सामान्य प्रसव व जन्म विषय पर व्याख्यान दिया। बताया कि प्रसव पूर्व गर्भवती महिला को किन-किन बातों का ध्यान देना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान होने वाली कठिनाइयों से बचने के लिए जरूरी सुझाव भी उन्होंने दिये। उन्होंने कहा कि जननी शिशु की बढ़ती मृत्यु दर रोकने की जरूरत है। इस दिशा में चिकित्सक के साथ ही गर्भवती महिला को भी जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व अन्य जागरूकता अभियानों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने की बात भी उन्होंने कही। इस अवसर पर वरिष्ठ आर्थोपीडिक सर्जन डा. बीकेएस संजय, स्पाइन सर्जन डा. गौरव संजय, ड. प्रतीक, योगेश अग्रवाल के अलावा मेडिकल व पैरा मेडिकल के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रही।