मुख्य सचिव ने ली नेशनल लिवस्टॉक मिशन के अन्तर्गत राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को सचिवालय में नेशनल लिवस्टॉक मिशन के अन्तर्गत राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में पशुपालन भी किसानों कि आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके लिए पशुपालन में अभिनव विचारों को शामिल करते हुए नए प्रस्ताव तैयार किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि पशुपालन में इंश्योरेंस की बढ़ती मांग को देखते हुए इसमें इंश्योरेंस को शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने मदर पोल्ट्री यूनिट स्थापित करते हुए, मुर्गीपालन के अन्तर्गत उत्तरा और कड़कनाथ जैसी विशिष्ट प्रजातियों को बढ़ावा दिये जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसके उत्पादों को राज्य में मिड डे मील योजना से जोड़े जाने की बात भी कही।
मुख्य सचिव ने भेड़-बकरी पालन के लिए कोपरेटिव फार्मिंग को प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में बहुत सी खेती खाली पड़ी है जिसे किसान आपस में अनुबंध कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। इससे एक ओर गांव में खाली पड़ी भूमि का प्रयोग हो सकेगा, तो, वहीं दूसरी ओर किसान को इसके लिए अधिक भूमि उपलब्ध हो सकेगी। प्रोजेक्ट्स को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए सम्बन्धित विभाग सहयोग दें ताकि किसान बड़े पैमाने पर कृषि व पशुपालन से जुड़कर अपने व अपने क्षेत्र के विकास में सहयोगी बने। इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम सहित सम्बन्धित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि पशुपालन में इंश्योरेंस की बढ़ती मांग को देखते हुए इसमें इंश्योरेंस को शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने मदर पोल्ट्री यूनिट स्थापित करते हुए, मुर्गीपालन के अन्तर्गत उत्तरा और कड़कनाथ जैसी विशिष्ट प्रजातियों को बढ़ावा दिये जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसके उत्पादों को राज्य में मिड डे मील योजना से जोड़े जाने की बात भी कही।
मुख्य सचिव ने भेड़-बकरी पालन के लिए कोपरेटिव फार्मिंग को प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में बहुत सी खेती खाली पड़ी है जिसे किसान आपस में अनुबंध कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। इससे एक ओर गांव में खाली पड़ी भूमि का प्रयोग हो सकेगा, तो, वहीं दूसरी ओर किसान को इसके लिए अधिक भूमि उपलब्ध हो सकेगी। प्रोजेक्ट्स को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए सम्बन्धित विभाग सहयोग दें ताकि किसान बड़े पैमाने पर कृषि व पशुपालन से जुड़कर अपने व अपने क्षेत्र के विकास में सहयोगी बने। इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम सहित सम्बन्धित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।