नैनीताल। कुमाऊं मंडल में शिक्षा विभाग ने औचक निरीक्षण के दौरान नदारद मिले 39 शिक्षकों का वेतन रोक दिया है। साथ ही उन्होंने जिलों के अधीनस्थ अधिकारियों से इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है।
कुमाऊं मंडल में 1 और 3 जुलाई को शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने प्राथमिक से माध्यमिक तक के विद्यालयों में औचक निरीक्षण अभियान चलाया। इस दौरान बेसिक स्कूलों में 13, जबकि माध्यमिक स्कूलों के 26 शिक्षक बिना अवकाश के स्कूलों से नदारद मिले। जिसे लेकर अपर शिक्षा निदेशक ने कहा कि पठन-पाठन में किसी तरह की कोताही और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने गैर हाजिर शिक्षकों का वेतन रोकते हुए स्पष्ट निर्देश दिया है कि अगर गायब शिक्षकों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता उनका वेतन नहीं लौटाया जाएगा।
एडी कुमाऊं डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि शासन ने अब बेसिक शिक्षकों की चरित्र पंजिका में अनुशासनहीनता का उल्लेख करने का निर्णय लिया है। सरकार की मंजूरी के बाद विभाग में इस नियम को प्रभावी कर दिया गया है। अब तक माध्यमिक शिक्षकों की चरित्र पंजिका में इस तरह की एंट्री की जाती थी। उन्होंने ये भी बताया कि राज्य सरकार ने कुमाऊं मंडल में आवासीय संस्कृत विद्यालय खोलने का निर्णय लिया है।