देहरादून/लक्सर। टिहरी बांध से पानी छोड़े जाने के बाद गंगा नदी का जलस्तर फिर से बढ़ गया है। उफनाई नदियों के रुख ने प्रशासन की फिर से चिंता बढ़ा दी है। पानी के तेज बहाव से तटबंध का लगातार कटाव हो रहा है। प्रशासन ने राहत एवं बचाव कायरे की तैयारी तेज कर दी है।टिहरी बांध से बृहस्पतिवार को काफी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। इस पानी की वजह से शुक्रवार शाम से ही हरिद्वार में गंगा नदी और सोलानी नदियों में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। जिससे तटबंध का तेजी से कटाव हो रहा है। पानी के तेज बहाव से गंगा का तटबंध का करीब एक किमी हिस्सा टूटकर पानी मे बह चुका है। जिससे ग्रामीणों को तटबंध के टूटने का डर सता रहा है।नदियों में आये उफान की वजह से बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए प्रशासन आपदा से राहत और बचाव कायरे की तैयारी में जुट गई है। एसडीएम ने बताया कि सभी बाढ़ राहत चौकियों को सावधान कर दिया है। चौकी पर तैनात कर्मचारी 24 घंटे क्षेत्र के हालात पर निगाह रखेंगे। साथ ही संवेदलशील गांव के प्रतिनिधियों को सतर्क कर दिया है। भिक्कमपुर चौकी पर मौजूद राफ्टिंग बोट को भी तैयार रखा गया है। सभी हल्का लेखपाक, खंड विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी आदि को भी सतर्क रहने को कहा गया है। इसके अलावा डय़ूटी पर तैनात रहने और नियमित पानी की स्थिति की जानकारी लक्सर तहसील स्थित कंट्रोल रूम पर देने के निर्देश भी दिए। साथ ही एसडीएम ने गांव-गांव जाकर लोगों को बाढ़ के लिए तैयार रहने के साथ ही नदी की तरफ न जाने की सलाह दी है।
लक्सर के इन गांवों में जारी किया है हाईअलर्ट
डुमनपुरी, कलसिया, तुगलपुर, दल्लेवाला शेरपुर बेला, रामसेवाला, हिम्मतपुर बेला गिड़ावाली, बादशाहपुर, खानपुर, चन्द्रपुरी मादाबेला, नाईवाला, इडरिशपुर, मोहनेवाला बालावाली, जोगावाला, डाबकीखेड़ा।