राज्य सरकार खनन, शराब और भू-माफिया के हाथों की बनी कठपुतली: प्रीतम सिंह
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने एक बयान जारी कर राज्य सरकार द्वारा राज्य की प्रस्तावित राजधानी गैरसैण में तत्कालीन सरकार द्वारा जमीनों की खरीद फरोख्त पर लगाई गई रोक हटाने को राज्य निर्माण आन्दोलन की भावना के विपरीत बताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने गैरसैण राजधानी के मामले में भाजपा सरकार की मंशा पर सवाल उठाये हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार के इस निर्णय से राज्य निर्माण की भावनायें आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि गैरसैण राज्य निर्माण की आत्मा कही जाती है जिसका सम्मान करते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा जनभावना को देखते हुए गैरसैण में निर्माण कार्य करवाये गये वहीं भाजपा की वर्तमान सरकार ने गैरसैण में जमीनों की खरीद-फरोख्त पर लगी रोक हटाकर जनभावना को आहत करने का काम किया है। भाजपा सरकार ने अपने इस जन विरोधी निर्णय से भविष्य में गैरसैण को राज्य की राजधानी बनाने के सपने को गृहण लगा दिया है। श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य सरकार खनन माफिया, भू-माफिया और शराब माफिया के हाथों की कठपुतली बन गई हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनभावनाओं के अनुरूप मांग करती है कि गैरसैण में पूर्व में लागू भू कानून को यथावत रखा जाय अन्यथा कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर कर इसका विरोध करेगी।
एक अन्य बयान में प्रदेश कांग्रेस श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा के शासन में मंहगाई अपने चरम पर है तथा आम आदमी का जीना दूभर हो चुका है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट होने के बावजूद पेट्रोल, डीजल की दरों में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। यूपीए शासन में जहां अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 150 डाॅलर प्रति बैरल होनेे के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम काफी कम थे परन्तु वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम होने के बावजूद देश में पेट्रोल-डीजल के दामों मे लगातार वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश की जनता से मंहगाई कम करने का वायदा किया था। परन्तु उसके विपरीत मंहगाई लगातार बढ़ती जा रही है और आम आदमी मंहगाई से त्रस्त है तथा उसका जीना दूभर हो चुका है।
श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं ने लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान देश की जनता से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने के साथ-साथ मंहगाई कम करने का सब्जबाग दिखाया था परन्तु उसके विपरीत केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किये गये वार्षिक आम बजट में जिस तरह से पेट्रोल एवं डीजल के दामों में वृद्धि की गई उससे मंहगाई लगातार बढ़ती जायेगी तथा जरूरत की चीजंे आम आदमी की पहुंच से दूर होती जायेंगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का अनुसरण करते हुए राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा राज्य में पेट्रोल के दाम 2 रू0 50 पैसे तथा डीजल के दाम 1 रूपया बढ़ाने से जहां एक ओर राज्य की जनता पर इसकी सीधी मार पडेगी वहीं उपभोक्ता पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल डीजल खरीदने को मजदूर होगा जिसके कारण राजस्व की भी हानि होगी।