देहरादून। यदि स्टिंग गलत है तो फिर भला सरकार जांच से क्यों डर रही है। मौजूदा समय में जिस प्रकार सरकार जांच करने से बच रही हैए उससे सरकार कठघरे में आ चुकी है। यह कहना है कांग्रेस के उत्तराखंड अध्यक्ष प्रीतम सिंह का।
नेताओं और नौकरशाहों के कथित स्टिंग को लेकर कांग्रेस-भाजपा के बीच रार और बढ़ गई है। स्टिंग मामलें में प्रदेश की सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कांग्रेस के उत्तराखंड अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यदि स्टिंग गलत है तो सरकार जांच करने से क्यों बच रही है। उनका कहना था कि विधानसभा सत्र के दौरान विस अध्यक्ष को कांग्रेस की ओर से 20 फीसदी प्रमाण सौंपे गये है। इस मामलें में वास्तव में यदि सरकार ईमानदार होती तो उसी समय जांच करवाने के आदेश दे दिये गये होते। स्टिंगकर्ता को साजिशकर्ता बताए जाने पर भी उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इसी व्यक्ति के द्वारा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान तत्कालीन सीएम हरीश रावत का स्टिंग भी किया था, तब भाजपा ने स्टिंग को भ्रष्टाचार का प्रमाण बताते हुए न केवल जमकर हंगामा किया, अपितु स्टिंगकर्ता को सच का सिपाही तक करार दिया था। अब जबकि खुद का स्टिंग हो गया है तो भाजपाईयों को स्टिंगकर्ता साजिशकर्ता के रूप में नजर आ रहा है। विदित हो कि बीते दिनों कांग्रेस ने स्टिंग को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम से इस्तीफा मांगा था। साथ ही कहा था कि आने वाले दिनों में कांग्रेस राज्य के हर जिले में जाकर सार्वजनिक स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर ये स्टिंग दिखाएगी।