देहरादून। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में गढ़वाल मंडल विकास निगम के उपाध्यक्ष रह चुके व वर्तमान में जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के एक सलाहकार की नियुक्ति पर सवाल उठाये हैं। नेगी ने कहा है कि उक्त सलाहकार एक बैंक में जालसाजी का मास्टर माइंड रहा है और उसने ठगी के माध्यम से करोड़ों रुपये अर्जित किये हैं। ईसी रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में नेगी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के इस सलाहकार का नाम वह राज्यपाल से मिलकर खोलेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम का उक्त सलाहकार बैंक जालसाजी का मास्टरमाइंड है। नेगी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2000 में कैनरा बैंक, शाखा विकासनगर से ड्राफ्ट बुक चुराकर/फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से उक्त जालसाज ने मुम्बई की शाखा से डेढ़ करोड़ के ड्राफ्ट कैश करा लिये थे। इसी से वह कुछ वर्षो के भीतर कई सौ करोड़ का मालिक बन बैठा। इस दौलत के माध्यम से भाजपा के कई नेताओं से उन्होंने नजदीकियां बना लीं। नेगी ने कहा कि एक तरफ त्रिवेंद्र सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने की बात करती है। वहीं दूसरी ओर जालसाजों को सलाहकार बनाकर जनता को लूटने का काम करती है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच के साथ ही सरकार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर वह राज्यपाल से मिलेंगे और पूरे प्रकरण को विस्तार से रखेंगे। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, मो. असद, ओपी राणा, बागेश पुरोहित, प्रवीण शर्मा पिन्नी भी शामिल थे।