देहरादून, (गढ़वाल का विकास न्यूज)। विश्व क्षय रोग दिवस पर दून मेडिकल कॉलेज में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वहीं एमबीबीएस के छात्रों ने कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के नेतृत्व में ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र नया गांव पेलियो व शहरी स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र मेहूंवाला में नुक्कड़ नाटक के जरिए आम जन को जागरूक किया। छात्र-छात्राओं के लिए कॉलेज में क्षय रोग विषय पर पोस्टर, रंगोली व स्लोगन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. मयंक बडोला, विशेष अतिथि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. सुधीर पांडे, ऑपरेशनल रिसर्च कमेटी के सदस्य डॉ. अशोक श्रीवास्तव व प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि समाज में क्षय रोग के विषय में जागरूकता लाकर ही क्षय रोग उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इससे पूर्व कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रियंका डोभाल ने इस साल की थीम द क्लॉक इस टिकिंग के साथ संगोष्ठी की शुरुआत की। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ऋचा सिन्हा ने भी क्षय रोग के विषय में विस्तार से जानकारी दी। रिसर्च साइंटिस्ट डॉ. रजत ने कहा कि यदि क्षय रोग की सही समय पर पहचान कर ली जाए तो उसके उपचार व प्रबंधन के लिए समय पर समुचित कदम उठाए जा सकते हैं। टीबी एवं चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराग अग्रवाल ने क्षय रोग प्रबंधन एवं उपचार की जानकारी दी। कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. देबव्रत रॉय ने कहा कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड से तय समय में इस बीमारी को मिटाने के लिए जिम्मेदार संस्थाओं को साथ मिलकर काम करना होगा। डॉ. मशरूफ व डॉ. हितेश नौटियाल ने विभिन्न प्रकार के मॉडल के जरिए क्षय रोग पर जागरूकता प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वर्षा जोशी ने किया। इस दौरान डॉ. धीरज, डॉ. अनुपमा, डॉ. शिव, डॉ. सोनम, डॉ. प्रियंका, डॉ. दीनदयाल, डॉ. मधुलिका, डॉ. नुजहत जहीन आदि उपस्थित रहे।